नई दिल्ली: भागलपुर के तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक मोहल्ले में तीन मार्च 2022 की रात करीब पौने 12 बजे एक घर के अंदर हुए बम धमाके ने तबाही मचा दी। कुल तीन घर इस धमाके में जमींदोज हो गए, वहीं एक महिला व एक बच्चा समेत 14 की मौत हो गई। वहीं जिला प्रशासन ने इस मामले में एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
मीडिया की रवैय्ये पर उठते सवाल
इस घटना पर मीडिया की खामोशी पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। वरिष्ठ पत्रकार और लेखक पंकज चतुर्वेदी ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर कहा कि “परसो बिहार के भागलपुर में धमाका हुआ। 14 लोग मारे गए। टीवी पर खबर नहीं चली, न बहस हुई। क्योंकि इस धमाके के पीछे लीलावती की लीला थी।55 साल की लीलावती करीद दो दशक से बारूद का कारोबार घर पर कर रही थी। इसमें उसकी दो बेटिंया भी साथ देती थी। मुल्ला होता तो पाकिस्तान, अफगान करते?”
वहीं पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने ट्वीट किया कि “बिहार में लीलावती के घर में रखे बारूद मे ब्लास्ट हो गया, जिसमे 14 लोगो की मौत हो गई। चूंकि ब्लास्ट लीलावती के घर मे हुआ है इसलिए तथाकथित राष्ट्रवादी एंकर एंव राष्ट्रवादी गैंग भी चुप है। हां अगर ‘खैराती’ के घर पटाखा फूटने से भी कोई घायल हो जाते तब उसके तार कहां कहां जोड़ दिए होते।”
क्या हुआ अब तक
पुलिस ने संकेत दिया है कि बम बनाने के दौरान यह धमाका हुआ। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बम बनाते समय धमाका होने की बात सामने आई है। बताया गया कि रात 11.35 बजे मोहल्ले में एक घर में धमाका हुआ। इस मकान में शीला देवी और लीला देवी रहती थी। दोनों गोतनी हैं। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास के दो और मकान जमींदोज हो गए।