नई दिल्लीः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन के (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मदरसे को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर पलटवार किया है। ओवैसी ने कहा कि मदरसों में ‘शाखाओं के विपरीत आत्म-सम्मान और सहानुभूति सिखाई जाती है।’ जानकारी के लिये बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि ‘मदरसा शब्द का अस्तित्व खत्म जो जाना चाहिए।’
असम के मुख्यमंत्री के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “कई मदरसे इस्लाम के अलावा विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाते हैं। अनपढ़ संघी नहीं समझेंगे।” ABP न्यूज़ की एक ख़बर के मुताबिक़ ओवैसी ने आरएसएस पर भी निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि, “जब आरएसएस अंग्रेज़ों का एजेंट बना हुआ था, तब मदरसे के स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे आगे थे, मुसलमानों ने भारत को समृद्ध किया है और आगे भी करते रहेंगे।”
क्या बोले ओवैसी
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने असम के मुख्यमंत्री के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, असम में 18 लोग मारे गए हैं और 7 लाख बाढ़ से प्रभावित हुए हैं लेकिन यह अभद्र भाषा में व्यस्त हैं। जब संघी ब्रिटिश एजेंट के रूप में काम कर रहे थे, तब मदरसे स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे आगे थे। बहुत से मदरसे इस्लाम के अलावा विज्ञान, गणित और सामाजिक अध्ययन पढ़ाते हैं। शाखाओं के विपरीत, वे स्वाभिमान और सहानुभूति सिखाते हैं। अनपढ़ संघी नहीं समझेंगे।
ओवैसी ने सवाल किया कि हिंदू समाज सुधारक राजा राम मोहन राय मदरसे में क्यों पढ़ते थे? मुस्लिम वंश पर ध्यान देना आपकी हीन भावना को दर्शाता है। मुसलमानों ने भारत को समृद्ध किया है और आगे भी करते रहेंगे