नई दिल्लीः कांग्रेस की स्टार नेता प्रियंका गांधी ने राजघाट पर चल रहे कांग्रेस के सत्याग्रह को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर एक के बाद एक कई प्रहार किये। प्रियंका गांधी ने कहा कि 32 साल पुरानी बात है। मेरे पिता की शवयात्रा तीनमूर्ति भवन से निकली। अपनी मां और भाई के साथ हम एक गाड़ी में बैठे थे, सामने भारतीय सेना की एक ट्रक थी, फूलों से लदी हुई थी, उसके ऊपर मेरे पिता जी का शव था। थोड़ी देर काफिला चला, फिर राहुल कहने लगे- मैं उतरना चाहता हूं। मां ने मना किया। उस समय सुरक्षा का भी मसला था। मां ने कहा, तुम उतर नहीं सकते। राहुल ने जिद की तो मैंने मां से कहा, उतरने दो। राहुल उतरा और उस सेना के ट्रक के पीछे चलने लगा। कड़ी धूप में अपने पिता के जनाजे के साथ पैदल चलते चलते राहुल यहां तक आए। इस जगह (राजघाट) से कुछ गज दूर मेरे पिता का अंतिम संस्कार हुआ। वो चित्र अभी भी मेरे दिमाग में है। मेरे पिता का शव तिरंगे झंडे में लपेटा गया था। ये जो तिरंगा लहरा रहा है, इसी तिरंगे के नीचे मेरे पिता का शव था और उसके पीछे चलते चलते मेरा भाई यहां समाधिस्थल तक आया था। उस शहीद पिता का अपमान भरी संसद में किया जाता है। उस शहीद के बेटे को आप देशद्रोही और मीर जाफर कहते हैं। उसकी मां का अपमान करते हैं। आपके मंत्री भरी संसद में मेरी मां का अपमान करते हैं। आपके एक मुख्यमंत्री कहते हैं, राहुल गांधी को पता भी नहीं है कि उनका पिता कौन है? आपके प्रधानमंत्री भरी संसद में खड़े होकर कहते हैं कि आपका परिवार नेहरू नाम इस्तेमाल क्यों नहीं करता। पूरे परिवार का अपमान करते हैं। कश्मीरी पंडित समाज के रिवाज का अपमान करते हैं जिसके तहत पिता के मरने पर एक बेटा पगड़ी पहनता है और परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाता है। लेकिन आप पर कोई मुकदमा नहीं होता। आपको दो साल की कोई सजा नहीं मिलती। आपको जेल की सजा नहीं मिलती। आपको संसद से कोई बाहर नहीं निकलता! आपको कोई मना नहीं करता कि आप सालों तक चुनाव नहीं लड़ सकते। क्यों? मैं पूछना चाहती हूं क्यों? आजतक हम चुप रहे। हमारे परिवार का अपमान करते गए, करते गए….
प्रियंका ने सवाल किया कि मेरे भाई ने क्या कहा? संसद में वे मोदी जी के पास गए और मोदी जी से गले मिले। मेरे भाई ने कहा कि मैं आपसे नफरत नहीं करता हूं। मेरे दिल में आपके लिए कोई नफरत नहीं है। हमारी विचारधारा अलग है लेकिन हमारी नफरत की विचारधारा नहीं है। मैं पूछना चाहती हूं कि एक आदमी का कितना अपमान करोगे? क्या यही है इस देश की परंपरा? आप परिवारवादी कहते हैं तो भगवान राम कौन थे? भगवान राम को वनवास भेजा गया। उन्होंने अपने परिवार और अपनी धरती के प्रति अपना धर्म निभाया। क्या भगवान राम परिवारवादी थे? क्या पांडव परिवारवादी थे? या वे अपने परिवार के संस्कारों के लिए लड़े? और हमें क्या शर्म आनी चाहिए किमिल है कि वह अपने वे हमारे परिवार के लोग शहीद हुए इस देश के लिए?
प्रियंका ने कहा कि इस तिरंगे में मेरे परिवार का खून है। इस धरती में उनका खून है। इस देश के लोकतंत्र को मेरे परिवार ने अपने खून से सींचा है। जो सोचता है कि हमें अपमानित करके डराएंगे, धमकाएंगे, एजेंसियां लगाकर हमें डराएंगे, वे गलत सोचते हैं। हम और मजबूती से लड़ेंगे। हम इस देश के लोकतंत्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। इस लोकतंत्र की नींव कांग्रेस पार्टी के महापुरुषों ने डाली है। कांग्रेस पार्टी लड़ी इस देश की आजादी के लिए और हम आज भी इस देश की आजादी के लिए ही लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्या इस देश की जनता देख नहीं रही है कि क्या हो रहा है? क्या आपको दिख नहीं रहा है कि आपकी सारी संपत्ति लूटी जा रही है? एक आदमी को दी जा रही है। गिने चुने उद्योगपतियों को सबकुछ दिया जा रहा है। किसकी संपत्ति है ये? क्या ये राहुल गांधी की संपत्ति है? ये आपकी संपत्ति है। ये PSUs किसके लिए हैं? ये आपके लिए बनाए गए हैं जो एक के बाद एक बेचे जा रहे हैं। इसी से आपका रोजगार आता है। आपका रोजगार किसी अदानी से नहीं आता, ये छीनते हैं आपका रोजगार। आप एक गैस के सिलेंडर के लिए हजार रुपए दे रहे हैं और आपकी सारी संपत्ति किसी को सौंपी जा रही है।
राहुल का बचाव करते हुए प्रियंका ने कहा कि राहुल गांधी ने क्या कहा? आपसे दो सवाल पूछ लिए तो ऐसा कौन सा जुर्म कर दिया? जवाब नहीं दे पाए, घबरा गए। जो अहंकारी होते हैं, तानाशाह होते हैं, क्या करते हैं? जवाब नहीं दे पाते तो पूरी सत्ता को लेकर जनता को दबाने की कोशिश करते हैं। जो सवाल उठाता है, उसे दबाने की कोशिश करते हैं। आपने कभी सोचा है कि ये पूरी सरकार, सारे मंत्री, सारे सांसद एक आदमी को बचाने में क्यों लगे हैं? उस अडानी में है क्या कि उसे आप सारी संपति दे रहे हो देश की? उसकी शेल कंपनियों मे देश का हजारों करोड़ रूपया है लेकिन आप इनक्वायरी नहीं कर सकते? ये अडानी है कौन कि उसका नाम सुनते ही आप लोग बौखला जाते हैं? उसे बचाने में लग जाते हैं?
उन्होंने कहा कि आप सब इस देश के वासी हैं। ये देश आपका है। ये लड़ाई आपकी है। आप तमाम नौजवान बेरोजगार क्यों हैं? कहते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ रही है तो इतने नौजवान बेरोजगार क्यों हैं? इतनी महंगाई क्यों है? क्या आप एक गैस सिलेंडर का दाम कम नहीं कर सकते? आप छोटे व्यापारियों की मदद नहीं कर सकते? नए रोजगार नहीं बना सकते? फिर आपकी सरकार किस काम की है? क्या लोगों को दबाने के लिए है? या अडानी जी को आगे बढ़ाने के लिए है?
प्रियंका ने कहा कि आज वो समय आ गया है जब हमें गंभीरता से सोचना पड़ेगा। ये सरकार पूरी कोशिश करती है कि आपका ध्यान भटकाया जाए। अब आप सोचिए, कन्याकुमारी से कश्मीर एक आदमी चला। उसके साथ लाखों लोग चले। वो क्या संदेश लेकर चले? उनके दिल में क्या भावना थी? समता, एकता की भावना थी। आज सारी मीडिया, सारे मंत्री सब कह रहे हैं कि राहुल ने विदेश जाकर देश का अपमान किया, एक वर्ग का अपमान किया। एक आदमी जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक पांच हजार किलोमीटर चलकर रोज रोज कहता है कि देश को एक होना चाहिए, सबको समान होना चाहिए, क्या ये आदमी देश का अपमान कर सकता है? क्या ये आदमी एक वर्ग का अपमान कर सकता है? तो ये आदमी क्या कर रहा है,? ये जनता की आवाज उठा रहा है। वो कह रहा है कि गरीबों को हक दो, किसानों को हक दो, नौजवानों को हक दो। आपका हक आपके हाथ में जाना चाहिए, किसी उद्योगपति के हाथ में नहीं जाना चाहिए। राहुल गांधी आपकी, देश की जनता के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।
प्रियंका ने कहा कि ये एक इंसान की बात नहीं है, ये राहुल गांधी की बात नहीं है। ये देश की बात है। जब हम कहते हैं कि लोकतंत्र को बचाना है तो क्या बचाना चाहते हैं? लोकतंत्र क्या होता है? खुलकर जवाब मांगों, सवाल उठाओ। यही तो लोकतंत्र है! आप किसी से भी पूछ सकते हैं कि इतनी महंगाई क्यों है? बेरोजगारी क्यों है? लेकिन यही हक आपसे छीन जा रहा है। आपको इधर उधर भटकाया जाता है।
कांग्रेस की स्टार नेता ने बताया कि राहुल गांधी ने दुनिया के दो सबसे अच्छे विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। हार्वर्ड और कैंब्रिज की उनकी डिग्री है। आप उसको पप्पू कहते हैं। फिर पता चला कि ये तो पप्पू है ही नहीं। ये तो यात्रा पर निकल गया, इसके साथ तो लाखों लोग हैं। वह जनता की आवाज उठा रहा है, जनता की समस्याओं को सुन रहा है। घबरा गए। वे इस बात से घबरा गए कि राहुल गांधी ने संसद में जो सवाल उठाया उसका उनके पास जवाब नहीं है।
प्रियंका ने कहा कि एक आदमी को रोकने के लिए कितना कुछ करना पड़ रहा है। जिस आदमी ने राहुल गांधी के खिलाफ सूरत में शिकायत की थी, पिछले साल उसने खुद कोर्ट में जाकर कहा कि आप इस केस पर स्टे लगा दीजिए। फिर केस खुला कब? जब राहुल गांधी ने संसद में अडानी पर भाषण दिया तो एक हफ्ते के अंदर वही केस खुल गया और एक महीने के अंदर सजा भी हो गई। इस देश में इतने केस हैं, दस दस साल लोग जेल में पड़े रहते हैं और सुनवाई नहीं होती। यहां सब फटाफट हो गया और अगले दिन आपने कह दिया कि अब आठ साल चुनाव नहीं लड़ सकते। संसद से बाहर कर दिया। वाह, बहुत धैर्य है आपमें, अरे कायर हैं। कायर है इस देश का प्रधानमंत्री। लगा दो केस मुझपर, जेल ले जाओ मुझे भी, लेकिन सच्चाई ये है कि इस देश का प्रधानमंत्री कायर है। अपनी सत्ता के पीछे छुपा हुआ है। अहंकारी है और इस देश की पुरानी परंपरा है, हिंदू धर्म की परंपरा है कि अहंकारी राजा को जनता जवाब देती है। मेरे परिवार ने मुझे एक बात सिखाई है कि यह देश सच्चाई को पहचानता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरे मीडिया के साथियों, अब बहुत हुआ। आप पर बहुत दबाव है लेकिन अब हिम्मत कीजिए और सच लिखना शुरू कीजिए। मैं देश की जनता से कहना चाहती हूं कि आज भ्रष्टाचार पर सवाल उठाने के लिए एक सांसद को सजा सुनाई जाती है। देश में बहुत गलत हो रहा है। एक व्यक्ति के लिए पूरे देश को दांव पर लगाया जा रहा है। मेरे प्यारे देशवासियों! डरो मत! एकजुट हो जाओ और आवाज उठाओ। जय हिन्द।