जब शिवराज सिंह दूसरे राज्य के किसानों को जेल भेजेंगे, तब नरेंद्र मोदी क्या करेंगे?

कृष्णकांत

केंद्र सरकार कह रही है कि हम कृषि कानून इसलिए लाये हैं कि देश का किसान अपनी उपज कहीं भी बेचकर मालामाल हो जाए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि दूसरे राज्य वाला किसान आएगा तो ट्रैक्टर जब्त कर लेंगे और किसान को जेल भेज देंगे। आपको पता ही होगा कि मोदी और शिवराज एक ही पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। अगर केंद्र का कानून एक देश के लिए है तो मध्य प्रदेश किस देश मे है? इधर कह रहे हैं कि एक देश एक कानून होगा। उधर कह रहे हैं कि दूसरे प्रदेश वाला आएगा तो जेल जाएगा। आप किस बात पर विश्वास करेंगे?

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जब यूपी में कह रहे थे कि बीफ खाओगे तो पीटकर मार देंगे, तभी मिजोरम और गोवा में कह रहे थे कि घबराओ मत, बीफ आयात करके खिलाएंगे। मध्य प्रदेश भारत के मध्य में है। शरीर के मध्य में हृदय होता है। भारत के मध्य में स्थित प्रदेश के मुख्यमंत्री हृदयहीन हैं। एक बार किसानों पर गोली चलवा चुके हैं। राजनीति क्रूर और निष्ठुर होती है। केंद्र का नेता अपना हित साध रहा है। राज्य का नेता अपना वोट साध रहा है। भारत का युवा अपना हित साधने की जगह नेता की कॉरपोरेट साधना को अपना नसीब मान बैठा है। वह नेता के पीछे ऐसा पगलाया है कि अपने बाप को भी पाकिस्तानी या खालिस्तानी बता सकता है। वह व्हाट्सएप विष-विद्यालय की विषैली विद्या ग्रहण कर रहा है। वह देश की आम जनता से घृणा करना सीख रहा है। वह पूंजीपति से प्रेम करना सीख रहा है। वह बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों में दुश्मन ढूंढना सीख रहा है।

वह ये नहीं जानता कि भारत का पेट भरने के लिए अब भी सबसे ज्यादा अनाज पंजाब और हरियाणा से आता है। वह ये नहीं जानता कि इन्हीं दोनों राज्यों में सबसे ज्यादा अनाज मंडियां हैं। वह सिर्फ भाजपा-कांग्रेस और देशभक्त-देशद्रोही सीख पाया है। वह ये पूछने का विवेक खो चुका है कि उत्तर प्रदेश वाला किसान मध्य प्रदेश में गेहूं बेचने पर जेल चला जायेगा तो एक देश एक कानून कैसे हो पाएगा। यह 140 करोड़ लोगों का देश है। यहां नेता कुछ भी बोल देता है और उसे जरा भी असुविधा महसूस नहीं होती।

(लेखक युवा पत्रकार एंव कथाकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)