जहानगंज/फर्रुखाबाद: वायरल वीडियो में दावा किया गया कि एआईएमआईएम के कार्यक्रम में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया गया है। जिसके बाद मेरापुर पुलिस ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन के जिलाध्यक्ष को हिरासत में ले लिया गया। इस पर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने थाने में जाकर हंगामा कर दिया। एआईएमआईएम के पदाधिकारी पुलिस से इस मांग पर अड़ गए कि वो साबित करे कि वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया गया है। एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं की इस मांग पर पुलिस कन्नी काटती नज़र आई, और आखिरकार थानेदार से नोकझोंक के एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष को छोड़ना पड़ा। जिलाध्यक्ष पर आरोप था कि जनसभा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया है।
एआईएमआईएम की जनसभा मंगलवार को गांव जरारी में थी। इसमें प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, महासचिव पूर्व विधायक वारिस पठान पहुंचे थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कोरोना काल में गंगा में लाशें उतराने का जिक्र कर योगी सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। महासचिव वारिस पठान ने मुसलमानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से तालिब सिद्दीकी को जिताने की अपील की। अन्य नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया।
क्या था मामला
जनसभा का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इसमें जिलाध्यक्ष हाजी अकरम के वारिस पठान जिंदाबाद के नारे लगाते दिख रहे हैं, लेकिन इस नारे को पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा बताया गया, जिसकी जानकारी पर एसओ देवेश कुमार पाल मौके पर गए और जिलाध्यक्ष को थाने में बंद कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष व महासचिव भीड़ के साथ थाने में पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष बाहर गाड़ी में बैठे रहे। उनके प्रतिनिधि खालिद ने जिलाध्यक्ष को पकड़ने का विरोध किया। इस पर एसओ की उनसे नोकझोंक हो गई।
खालिद थाने में ही धरने पर बैठ गए और कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद कार्यालय में घुसकर जिलाध्यक्ष को छुड़ा ले गए। वहीं हाजी अकरम ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने की बात को गलत बताया है। उधर एसओ देवेश कुमार पाल ने बताया कि वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने पर जिलाध्यक्ष को पकड़कर लाए थे। वह नारा लगाने से इनकार कर रहे हैं। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।