मोहम्मद शमी की ट्रोलिंग पर भड़के विराट कोहली, कहा ‘ किसी भी शख्स को उसके धर्म के आधार पर निशाना बनाना…’

नई दिल्ली: पिछले दिनों भारत पाकिस्तान के बीच खेले गए महामुकाबले में भारत की शिकस्त के बाद भारतीय तेंज गेंदबाज मोहम्मद शमी की ट्रोलिंग को लेकर अब टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी बड़ा दिया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने दूसरे मैच से पहले कोहली ने मोहम्मद शमी को लेकर उठे सवालों का जवाब दिया है।

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कप्तान कोहली ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग हैं जो अपनी पहचान छिपाकर इस तरह की हरकतें करते हैं, आज के दौर में ये चीजें आम हैं। उन्होंने आगे कहा कि बतौर खिलाड़ी हमारा काम है खेलना। बाहर लोग क्या बोलते हैं हम उस पर ध्यान नहीं देते। हमारा फोकस पूरी तरह से मैच पर है ना कि इस तरह के ड्रामे को तवज्जो देना। कोहली ने कहा कि ऐसे वक्त में हमारी कोशिश होती है कि हम ड्रेसिंग रूम का माहौल खुशगवार बनाए रखें।

बता दें भारत और पाकिस्तान के बीच पहला टी-20 वर्ल्ड मुकाबला खेला गया था जिसमें भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी सबसे महंगे साबित हुए थे। उन्होंने 3.5 ओवर में 43 रन दिए थे। इसी के चलते क्रिकेट के फैंस ने मोहम्मद शमी को ट्रोल करना शुरू कर दिया था। हालही में शमी की ट्रोलिंग को लेकर कई दिग्गज क्रिकेटर रिएक्शन दे चुके हैं। हरभजन सिंह, सचिन और सहवाग शमी के लिए ट्वीट किए थे वहीं। कई नेताओं जैसे असदुद्दीन ओवैसी और राहुल गांधी ने भी ट्रोलर्स को लताड़ा था।

क्या कहा कोहली ने

न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली ने कहा कि, “हमारा पूरा फोकस मैच पर है, बाहर के ड्रामे पर नहीं. सोशल मीडिया पर कुछ लोग अपनी पहचान छिपाकर ऐसी हरकतें करते हैं. आज के समय में ऐसा होना आम बात हो गई है. हालांकि हम अपने ड्रेसिंग रूम में अच्छा माहौल रखते हैं और सभी को साथ रखते हैं.”
विराट कोहली ने कहा कि, “किसी भी व्यक्ति के धर्म के आधार पर निशाना बनाना पूरी तरह गलत है. मैंने आज तक किसी भी व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया. हालांकि कुछ लोग सिर्फ यही करते हैं.” कोहली ने आगे कहा कि, “मोहम्मद शमी के खेल में अगर किसी को पैशन नजर नहीं आ रहा, तो मैं उन लोगों पर वक्त बर्बाद नहीं करना चाहता.”

कोहली की कप्तानी की अग्निपरीक्षा

दुबई, 30 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान से मिली हार के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को टी20 विश्व कप सुपर 12 चरण का मुकाबला भारतीय टीम के लिये ‘करो या मरो’ का होगा और विराट कोहली की कप्तानी की भी यह अग्निपरीक्षा होगी जिसमें उन्हें अपनी टीम से अपेक्षाओं पर खरे उतर पाने की उम्मीद होगी।

पिछले रविवार को पाकिस्तान से दस विकेट से मिली करारी हार को भुलाकर भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा। न्यूजीलैंड जैसी बेहतरीन टीम के सामने यह उतना आसान नहीं है। टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट खासकर भारतीय बल्लेबाजों के लिये अक्सर परेशानी का सबब बनते आये हैं। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन शत प्रतिशत फिट नहीं है और मार्टिन गुप्टिल के पैर में भी चोट है। डेवोन कोंवे हालांकि बेहद आक्रामक और खतरनाक बल्लेबाज हैं।

भारत के गेंदबाज पाकिस्तान के खिलाफ बुरी तरह नाकाम रहे थे लेकिन यहां कोई कोताही चल नहीं सकेगी। पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद खेल रहे हार्दिक पंड्या और खराब फॉर्म से जूझ रहे भुवनेश्वर कुमार भारतीय टीम की कमजोर कड़ियां साबित हुए हैं। कमर की चोट से उबरने के बाद से हार्दिक चिर परिचित फॉर्म में नहीं हैं और उनका कैरियर अब दांव पर लगा है।

नेट पर उनका गेंदबाजी अभ्यास करना ही इस बात का द्योतक है कि वह किस कदर दबाव में है । उनकी टीम मुंबई इंडियंस भी उन्हें आईपीएल नीलामी पूल में डालने जा रही है लिहाजा उनके पास अधिक समय नहीं बचा है। भुवनेश्वर का संभवत: यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है । पिछले दो सत्र में उनकी रफ्तार काफी गिरी है और दीपक चाहर जैसे युवा गेंदबाजों से प्रतिस्पर्धा अब उनके लिये कठिन हो गई है।

भारत ने हाल ही में टेस्ट प्रारूप में पहला मैच हारने के बाद शानदार वापसी करके दिखाई है। बतौर टी20 कप्तान अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे कोहली भी इतनी आसानी से हार मानने वालों में से नहीं है। यहां नाकामी के मायने हैं कि 50 ओवरों और टेस्ट प्रारूप में भी उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठने लगेंगे।

कोहली ऐसे खिलाड़ी हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का माद्दा रखते हैं और उन्हें ऐसी चुनौतियां पसंद भी आती है । कई मौकों पर वह टीम के संकटमोचक रह चुके हैं लेकिन पिछले कुछ अर्से में कप्तान कोहली और बल्लेबाज कोहली का सामंजस्य देखने को नहीं मिला।

भारतीय टीम का टूर्नामेंट के आखिरी चरण तक खेलना सिर्फ उसके करोड़ों प्रशंसकों की भावनात्मक जरूरत ही नहीं है बल्कि टूर्नामेंट के व्यावसायिक हितों के लिये भी यह जरूरी है । कमोबेश आसान समूह में होने के बावजूद आईपीएल में स्टार साबित होने वाले भारतीय दिग्गजों के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने में अब एक जीत या हार भर का अंतर है।

पाकिस्तान तीनों कठिन मैच खेलकर तीनों में जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह लगभग पक्की कर चुका है। उसे अब नामीबिया और स्कॉटलैंड से खेलना है। ऐसे में दूसरे स्थान के लिये मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड में है और जो जीतेगा , वह दूसरे स्थान पर रहेगा। ओस को देखते हुए टॉस की भूमिका अहम रहेगी। ऐसे में कोहली टॉस जीतकर यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि उनके शीर्ष बल्लेबाजों को ओस के बीच ट्रेंट बोल्ट की खतरनाक स्विंग नहीं झेलनी पड़े क्योंकि वह शाहीन शाह अफरीदी से भी ज्यादा कहर बरपा सकते हैं। सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

टीमें इस प्रकार हैं

भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर

न्यूजीलैंड: केन विलियमसप (कप्तान), टॉड एस्टल, ट्रेंट बोल्ट, मार्क चैपमैन, डेवोन कोंवे, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गुप्टिल, काइल जैमीसन, डेरिल मिशेल, जिम्मी नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनेर, टिम सीफर्ट, ईश सोढी, टिम साउदी । मैच का समय : शाम 7. 30 से ।