वॉशिंगटन: अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर ने अमेरिकी सरकार के साथ-साथ भारत की मोदी सरकार को भी आड़े हाथ लिया है। दरअस्ल हाल ही में भारत में हिजाब विवाद, हलाल झटका, अज़ान लाउडस्पीकर पर विवाद चल रहा है, लेकिन इस विवाद की गूंज अब अमेरिकी में भी सुनी जा रही है। अमेरीकी सांसद इल्हान उमर ने अमेरिकी कांग्रेस में यह मुद्दा उठाते हुए अमेरिकी सरकार से की खिंचाई करते हुए कहा कि आखिर वह नींद से कब जागेगी।
उन्होंने बिडेन के उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन से सवाल किया कि “मोदी सरकार में भारतीय मुसलमानों को जिस तरह प्रताड़ित किया जा रहा है, हिजाब, हलाल और उनकी अन्य पहचान को जिस तरह निशाना बनाया जा रहा है क्या इस मामले में अमेरिकी सरकार खामोश तमाशाई बना रहना चाहती है।” अमेरीक सांसद ने कांग्रेस में सवाल किया कि अमेरीकी कांग्रेस और अमेरिकी सरकार इस नींद से कब जागेंगी। कब वह मौक़ा आएगा जब अमेरीकी सरकार, मोदी सरकार से सवाल करते हुए उसे मानवाधिकार मामलो में कठहरे में ला सकेंगे?
इल्हान ने अमेरिकी सरकरा पर भी मानवाधिकार के मामले में खामोश रहने का आरोप लगाया, और सवाल किया कि हम कब तक हालात के सामान्य होने का इंतज़ार करते रहेंगे। जबकि मानवाधिकार का मामला तुरंत कार्रावाई चाहता है, और उसका हल भी तुरंत होना चाहिए। भारतीय मुसलमानों का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके हालात बहुत खराब हो गए हैं। उन्हें हिजाब पहनने पर निशाना बनाया जा रहा है, हलाल गोश्त खाने पर निशाना बनाया जा रहा है, अज़ान के मामले में उनकी पहचान निशाने पर है, यहां तक समाजी तौर पर उन्हें अछूत बनाने और उनके जनसंहार के एलान भी हो रहे हैं। क्या इन हालात में भी खामोश रहा जा सकता है।
इस दौरान अमेरीकी कांग्रेस में मौजूद विंडी शेयरमन ने इल्हान के बयान को गंभीरत से सुना और अपने जवाब में कहा कि इल्हान ने जितने भी विषय उठाए हैं, वे सब अमेरिकी सरकार की नज़र में हैं। उन पर समय समय पर भारत से बात भी की जाती है और उन्हें चेतावनी भी दी जाती है।