उर्फी जावेद अपनी पॉपुलैरिटी को पूरा श्रय सोशल मीडिया और पैपराजी को देती हैं. इंडियन एक्स्प्रेस संग बातचीत में उर्फी जावेद का कहना रहा कि अगर उनका बस चलता तो वह हर पैपराजी को एक घर और गाड़ी गिफ्ट करतीं.
एक्ट्रेस उर्फी जावेद (Urfi Javed) जो सोशल मीडिया क्वीन कहा जाता है. उनका कहना है कि इतनी पॉपुलैरिटी के बाद भी उनकी लाइफ में कोई बदलाव नहीं आया है. हालांकि, सोशल मीडिया पर उर्फी जावेद ट्रो,ल्स का भी शि,कार होती नजर आती हैं, लेकिन एक्ट्रेस इन सभी को पॉजिटिवली हैंडल करती हैं. अपनी बोल्डनेस के लिए एक्ट्रेस लोगों से सराहना की जगह ट्रो,लिंग एक्स्पेक्ट करती हैं, लेकिन इससे भी वह एक सीख हासिल करती हैं.
उर्फी जावेद अपनी पॉपुलैरिटी को पूरा श्रय सोशल मीडिया और पैपराजी को देती हैं. इंडियन एक्स्प्रेस संग बातचीत में उर्फी जावेद का कहना रहा कि अगर उनका बस चलता तो वह हर पैपराजी को एक घर और गाड़ी गिफ्ट करतीं. उर्फी जावेद कहती हैं कि मैं पूरा क्रेडिट इन लोगों को देती हूं. जब भी मेरी शादी होगी तो ये सभी लोग चीफ गेस्ट होंगे. इंडस्ट्री में यह बज बना हुआ है कि उर्फी जावेद पैपराजी को पै,,सा देती हैं, तब जाकर वे सोशल मीडिया पर इनकी फोटोज पोस्ट करते हैं.
इन अफवाहों पर रिएक्ट करते हुए उर्फी जावेद ने कहा कि लोग आपको हमेशा सवाल करेंगे. मैं म,र भी जाऊं तब भी वह मुझे पर उंगली उठाएंगे. मैं इन बातों की परवाह अब नहीं करती हूं. ये वही लोग हैं जो मुझे कहते थे कि मेरे पास फ्लाइट की टिकट तक खरीदने के पैसे नहीं हैं. उर्फी जावेद जहां भी जाती हैं फोटोग्राफर्स उन्हें फॉलो कर रहे होते हैं. फैशन में अपना बेस्ट देना और फोटोग्राफर्स को एक खुश फोटो देना, क्या वह कभी इन चीजों का प्रे,शर महसूस नहीं करती हैं?
इसपर उर्फी जावेद ने कहा कि सच कहूं तो मुझे तैयार होना बहुत पसंद है. मैं हमेशा से ही एक फैशनेबल एक्टर बनना चाहती थी. मैं हमेशा अच्छे से ड्रेसअप होती हूं. रही बात खुश होकर फोटो देने की तो मैं हमेशा सच्चाई के साथ फोटो देना पसंद करती हूं. अगर मैं कैमरे के सामने रो रही हूं या फिर गु,स्सा हूं तो वह भी मैं उसे सच्चाई के साथ देती हूं. मैं कोई प्रेशर नहीं लेती.
कपड़ों और पर्सनैलिटी के लिए उर्फी जावेद कई बार ट्रो,ल होती हैं, इसका उनपर क्या असर पड़ता है? इसपर उर्फी जावेद ने कहा कि वह खुद को एक महीने में दो दिन देती हैं, जहां वह इन चीजों पर रोती हैं. समय के साथ उर्फी जावेद ने अपने रिश्तेदारों के बर्ताव में भी बदलाव देखा है. उर्फी जावेद ने एक किस्सा याद करते हुए कहा कि एक दिन मेरे पिता के साथ कुछ रिश्तेदार घर आए और मेरे कपड़ों को देखने लगे. मैं हमेशा से ही बोल्ड रहना पसंद करती आई हूं और अच्छे से ड्रेसअप होती हूं. रिश्तेदारों को मेरे कपड़े पसंद नहीं आए और उन्होंने गु,स्सा मेरे कपड़ों पर निकाला. कैंची से मेरे न जाने कितने कपड़े का,,ट दिए. उस दिन मैंने तय किया कि मैं अपने सारे कपड़े फिर से तैयार करूंगी और आज वही रिश्तेदार मेरे साथ सेल्फी लेना चाहते हैं.
उर्फी जावेद की करिश्मा कपूर और उर्मिला मतोंडकर फैशन वर्ल्ड में इंस्पीरेशन रही हैं. 90 के दशक में उर्फी जावेद के पास इंटरनेशनल फैशन को देकने को कोई जरिया नहीं था. न घर पर टीवी थी और न ही मैगजीन आती थी, इंटरनेट तक नहीं हुआ करता था. उर्फी जावेद का कहना है कि हम बेशक आज भी महंगे कपड़े खरीदना अफॉर्ड नहीं कर सकते, लेकिन खुद के कपड़े बना जरूर सकते हैं. ऐसे में उर्फी जावेद ने एक्स्पेरिमेंट करना बेहतर विकल्प समझा.
उर्फी जावेद कहती हैं कि मैंने DIY अप्रोच किया. मैं हमेशा से ही बेस्ट कपड़े चाहती थी, लेकिन मेरे पास उस तरह से पैसे नहीं थे. हर कोई बड़ा ब्रैंड पहनना अफॉर्ड नहीं कर सकता है, इसलिए कपड़ों की फर्स्ट कॉपी बहुत बिकती है. इन्हें खरीदने में कुछ गलत नहीं है, क्योंकि स्टाइलिंग के लिए पैसे ही सबकुछ नहीं होता है.कभी-कभी क्रिएटिविटी ही सबकुछ होती है. उम्मीद करती हूं कि मैं इस सोच को आगे लेकर जा पाऊं और खुद का एक फैशन ब्रैंड शुरू करूं. उर्फी जावेद के फैशन और बोल्डनेस के पीछे कौन रहता है. इसपर उर्फी जावेद ने कहा कि मेरे दिमाग में इस समय 50 अलग-अलग पर्सनैलिटीज हैं, समझ नहीं आ रहा कि किसे मेनशन करूं.