नई दिल्लीः भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने दावा किया है कि लोगों में बहुत गुस्सा है, वे हिंदू-मुसलमान के नफ़रती एजेंडे में नहीं फंसेंगे। राकेश टिकैत ने ये बातें प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल न्यूज़ क्लिक को दिये साक्षात्कार में कही। उन्होंने कहा कि देश में संवैधानिक संस्थाएं लगातार समाप्ती की ओर हैं, अवैधानिक तरीक़े से लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है।
जानकारी के लिये बता दें कि बीते एक साल से राकेश टिकैत भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडे को ज़मीनी चुनौती देने की को कोशिशें में लगे हैं। इस बेबाक किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि इन चुनावों में किसान भाजपा के हिंदू-मुसलमान के नफ़रती एजेंडे में नहीं फंसेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसान आंदोलन ने भाजपा से, मंत्रियों से सवाल पूछने, जवाब मांगने और उन्हें घेरने का साहस दिया।
राकेश टिकैत ने किसानों द्वारा 31 जनवरी को मनाए गए विश्वासघात दिवस के मौक़े पर कहा कि देश के किसानों के साथ वादाखिलाफी कर किसानों के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया गया है। किसानों के साथ हुए इस विश्वासघात से यह स्पष्ट है कि देश का किसान एक लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि किसान के साथ यह है विश्वास घात आंदोलन के मुकदमे वापस नही,शहीद किसानों को मुवावजा नही, MSP पर समिति नही,बिजली बिल पर बात नही,केंद्र के विभागों के नोटिस, मुकदमो का समाधान नही भारत सरकार इनका जबाब दे।
टीवी पर गुस्सा हुए टिकैत
हाल ही में राकेश टिकैत ने इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में मीडिया की सांप्रदायिकता पर तीखा प्रहार किया था, उन्होंने लाइव डिबैट में एंकर को फटकार लगाते हुए कहा था कि ये चैनल वाले देश को बांटने का काम कर रहे हैं। जानकारी के लिये बता दें कि राकेश टिकैत ने बीते साल मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत में मंच से अल्लाह हू अकबर और हर-हर महादेव के नारे लगाए थे, उसके बाद से वे ज़मीनी स्तर पर सांप्रदायिक एकता के बिखरे ताने बाने को फिर से एकता के सूत्र में पिरोने की कोशिशों में लगे हैं।