नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के हाथरस में प्रियंका गांधी के साथ पुरूष पुलिस अधिकारी द्वारा उनके कुर्ते पर हाथ डालने की तस्वीरों के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस की फजीहत हो रही है। इस हंगामे को देखते हुए यूपी की नोएडा पुलिस ने माफी नामा जारी किया है। नोएडा पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘नोएडा पुलिस को इस घटना के लिए खेद है, जो बहुत भारी भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान घटी है. हम प्रियंका गांधी से भी खेद प्रकट करते हैं‘। पुलिस उपायुक्त मुख्यालय द्वारा इस प्रकरण का स्वंय संज्ञान लिया गया है तभा वरिष्ठ पुलिस महिला अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है. जांचोपरांत दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। हम महिलाओं के पूर्ण सम्मान के लिए कटिबद्ध हैं”।
बता दें कि शनिवार को हुई इस घटना के दौरान पुलिस की कार्रवाई व धक्का-मुक्की में कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें आई है वहीं कुछ पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया कि कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पांच लोगों को हाथरस जाने की इजाजत दी गई थी। उनकी सुरक्षा में लगी गाड़ियां भी उनके साथ थीं। डीएनडी पर हुए लाठीचार्ज के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को काबू करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता व नेता पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़कर राहुल गांधी के साथ आगे जाना चाह रहे थे. नियमों के अनुसार पुलिस ने उन्हें रोका जिस पर उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की। मगर यहाँ मौजूद मीडिया उनके इस दावे को नकार रही है।
भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी मैदान में
प्रियंका गांधी के साथ पुलिस द्वारा किए गए इस व्यवहार पर महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष चित्रा किशोर वाघ ने भी विरोध ज़ाहिर किया है। उन्होंने प्रियंका गांधी की तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा कि पुरुष पुलिस की जुर्रत कैसे हुई कि वो एक महिला नेता के वस्त्रों पर हाथ डाल सके! समर्थन मे अगर महीलाए आगे आ रही है पुलीस कही की भी हो उन्हे अपनी मर्यादा का ध्यान रखना ही चाहिए भारतीय संस्कृती मे विश्वास रखनेवाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ऐसे पुलीस वालो पर सख्त कारवाई करें।
वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश के अनुसूचित जाति के अध्यक्ष डॉक्टर नितिन राउत ने कहा कि कानूनी मामले के विशेषज्ञ और पुलिस अधिकारी संज्ञान लें- पुलिस के लिए मानक ऑपरेटिंग मैनुअल के अनुसार, पुरुष पुलिस कर्मी किसी महिला को सार्वजनिक रूप से अनुचित तरीके से छू नहीं सकते हैं। क्या यह कानूनी रूप से या सामाजिक रूप से उचित है? उत्तर प्रदेश पुलिस इस पुलिस वाले को क्या कोई सजा मिलेंगी?