गोरखपुर,लखनऊ/नई दिल्लीः यूपी एटीएस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पाकिस्तानी हैंडलरों को हवाला के माध्यम से रुपये भेजने वाले एजेंट मानवेन्द्र सिंह को यूपी एटीएस ने गोरखपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस की ओर से कहा गया है कि मानवेंद्र सिंह 25 हजार का इनामी था। प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पाकिस्तानी हैंडलर के कहने पर फर्जी दस्तावेज बनवाकर धोखाधड़ी करने के लिए विभिन्न बैंकों में खाता खुलवा रहे हैं। इन खातों में लोगों से पैसे मंगवाते हैं और उस पैसे को निकालकर हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी हैंडलर को पहुंचाते हैं।
बरामद किए गए थे 46 लाख रुपए
समाचार चैनल आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक़ एटीएस की ओर से कहा गया है कि 24 मार्च को अरशद नईम, नसीम अहमद, मुकेश प्रसाद, मुशर्रफ अंसारी को गिरफ्तार किया गया था। इनमें अरशद नईम और नसीम के पास से लगभग 46 लाख रुपए बरामद किए गए थे। वहीं अन्य अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में अलग-अलग बैंकों के पासबुक, चेकबुक, ATM कार्ड मिले थे। लखनऊ एटीएस थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
एटीएस की ओर से बताया गया कि दिनेश नाम का अभियुक्त मुशर्रफ के साथ मिलकर फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करके अलग-अलग बैंकों में अपनी फोटो लगाकर और नाम बदलकर खाता खुलवा लेता था। उन खातों की जानकारी मुशर्रफ को देता था, जिसमें जमा किए पैसे को निकालकर हैंडलर को दिया जाता था।
फर्जी डॉक्यूमेंट से खोल रखे थे 150 से अधिक बैंक अकाउंट
बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने डेढ़ सौ से अधिक बैंक अकाउंट फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर खुलवाए थे। इनमें लाखों रुपए का लेन-देन किया गया। यह पैसा निकालकर गिरोह के अन्य सदस्यों के जरिए दिल्ली भेजते थे, जहां से हवाला के जरिए पैसे बाहर पाकिस्तान भेजे जाते थे।
एटीएस ने बताया कि अभियुक्त दिनेश कुमार सिंह पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था, जिसे साल 2021 में गिरफ्तार किया जा चुका है। यूपी एटीएस ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए दो अभियुक्तों ने पूछताछ में मानवेंद्र सिंह के नाम का भी जिक्र किया, जिसके बाद एटीएस ने मानवेंद्र उर्फ मनीष यादव पर 25 हजार का इनाम रखा था। उसे आज गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया है।