नई दिल्लीः राजस्थान के उदयपुर में बीते रोज़ एक दर्जी की दो युवकों ने हत्या कर दी थी। हत्यारोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। मृतक कन्हैय्यालाल कपड़े सिलने का काम करते थे, उन पर आरोप था कि उन्होंने सोशल मीडिया पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा का समर्थन किया है। दरअस्ल नुपूर शर्मा ने पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद भाजपा ने उसे पार्टी से निकाल दिया था। लेकिन पार्टी से निकालने के बाद दक्षिणपंथी संगठनों ने उसका समर्थन करना शुरू कर दिया था।
कन्हैय्यालाल की हत्या के बाद इलाक़े में तनाव हो गया है। राजस्थान पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना की चौतरफा निंदा हो रही है। विपक्षी दलों से लेकर मुस्लिम संगठनों ने इस घटना की निंदा की है, इसे ग़ैर इस्लामी करार दिया है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद जावेद अली ख़ान ने दावा किया है कि कोई भी मुस्लिम मुस्लिम हृदय सम्राट घोषित नहीं करेगा।
जावेद अली ख़ान ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि, मुझे पक्का यक़ीन है कि कि कोई सच्चा मुसलमान कन्हैया लाल के हत्यारों को महिमामण्डित नहीं करेगा, उनके बचाव या समर्थन में रैली व जुलूस नहीं निकालेगा, उन्हें क़ानूनी मदद उपलब्ध नहीं करायेगा, उनके लिए क्राउड फ़ंडिंग या चन्दा इकट्ठा नहीं करेगा, उन्हें चुनाव लड़ाने की योजना नहीं बनायेगा, उन्हें मुस्लिम हृदय सम्राट घोषित नहीं करेगा।
सपा सांसद ने ऐसा क्यों कहा?
दरअस्ल राजस्थान के राजसमंद में 2017 में मालदा के रहने वाले एक बंगाली मजदूर मोहम्मद अफ़राज़ुल की शंभू लाल रैगर नामी एक युवक ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्यारे ने उसका वीडियो भी बनाया था और सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। मानवता को शर्मशार करने वाले इस हत्याकांड के बाद हिंदुत्तववादी संगठनों के लोगों ने शंभू लाल रैगर को वीरों की तरह महिमामंडित किया था, उसके समर्थन में जुलूस निकाला, उसके लिये चंदा इकट्ठा किया। इसके बाद यूपी के संगठन ने उसे लोकसभा चुनान लड़ाने का एलान किया था।