उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र में कुछ बदमाशों ने एक व्यक्ति की धारदार हथियार से हत्या कर देने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के मालदार स्ट्रीट में रहने वाले दर्जी का काम कर रहे कन्हैयालाल टेलर पर बदमाशों ने आज तलवार से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले में कन्हैयालाल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
अब ख़बर आ रही है कि उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार कर लाया गया है। यह जानकारी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने कहा कि इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं।
बता दें कि इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में किया तथा महाराणा भूपाल चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया। पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान हो गई है तथा पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। घटना के बाद शहर में तनाव व्याप्त हो गया और इसके मद्देनजर संभागीय आयुक्त राजेन्द्र कुमार भट्ट ने उदयपुर शहर क्षेत्र में आज शाम साढे पांच बजे के बाद अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश जारी किए।
क्या बोले गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में एक युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करते हुए कहा है कि इस मामले में अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इस घटना में शामिल सभी अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी और पुलिस अपराध की पूरी तह तक जायेगी।
उन्होंने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जायेगी। उन्होंने कहा “मैं सभी से अपील करता हूं क इस घटना का वीडियों शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।”
क्या बोले ओवैसी
इस घटना की एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने निंदा की है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि उदयपर में हुई क्रूर हत्या निंदनीय है। ऐसी हत्या को कोई डिफ़ेंड नहीं कर सकता। हमारी पार्टी का मुसलसल स्टैंड यही है के किसी को भी क़ानून को अपने हाथों में लेने का हक़ नहीं है। हमने हमेशा हिंसा का विरोध किया है। हमारी सरकार से माँग है के वो मुजरिमों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त एक्शन लें। विधि शासन को क़ायम रखना होगा।