टूलकिट मामलाः कांग्रेस की मांग ‘छापेमारी ट्विटर नहीं, भाजपा दफ्तर पर होनी चाहिए’

नयी दिल्लीः कांग्रेस ने कहा है कि टूलकिट मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने फर्जीवाड़ा किया है इसलिए छापेमारी टि्वटर इंडिया के दफ्तर पर नहीं बल्कि भाजपा कार्यालय पर होनी चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज यहां जारी बयान में भाजपा की नीति पर हमला करते हुए कहा ‘उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे। फ़र्ज़ी टूलकिट मामले में यही कर रही है मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस। रेड होनी चाहिए भाजपा दफ़्तर पर, पूछ-ताछ होनी चाहिए भाजपा नेताओं से, हो रही है ट्विटर इंडिया से, करवा रहे हैं दोषी भाजपाई। अब सब मंत्रियों के अकाउंट भी हेराफेरी मीडिया होने चाहिए।”

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उन्होंने कहा कि टूलकिट मामले में फर्जीवाड़ा, देश को बहकाने और भ्रमित करने का षडयंत्र भाजपा तथा उसके नेताओं और प्रवक्ताओं ने किया है लेकिन पूछताछ ट्विटर से हो रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा “आज हमने ट्विटर को लिखा है कि जैसे भाजपा प्रवक्ताओं के फर्जीवाड़े को मैनिपुलेटेड़ मीडिया करार दिया गया है। उनके सारे मंत्रीगणों ने जिन्होंने इन फर्जी कागजात को ट्वीट किया है, उनको भी मैनिपुलेटेड़ मीडिया किया जाए। मोदी सरकार के मंत्री कोरोना से लड़ने की बजाए फर्जी टूलकिट को प्रमोट करने में लगे हैं।”

प्रियंका गांधी के तीखे सवाल

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपने परिजनों को खोया है इसलिए सरकार को बताना चाहिए की यह किसकी लापरवाही से हुआ और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।

प्रियंका गांधी ने मंगलवार को फेसबुक पोस्ट में कहा कि जब कोरोना की दूसरी लहर ने देश में तबाही मचानी शुरू की और लोग बेड, ऑक्सीजन, वैक्सीन और दवाइयों के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब लोगों को सरकार से उम्मीद थी कि वह स्थिति से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधनों का पूरा इस्तेमाल कर लोगों को बचाने का काम करेगी लेकिन सरकार पूरी तरह से मूकदर्शक बनी रही और पूरे देश में पीड़ादायी स्थिति पैदा हुई।

उन्होंने कहा कि सरकार के पास तैयारी के नाम पर कुछ नहीं था। इस दौरान सरकार ने अपनी गैर जिम्मेदारी का परिचय दिया और वैक्सीनों के निर्यात की अनुमति दी और 2020 में इसके निर्यात को दोगुना कर दिया। देश की आबादी की परवाह किये बिना सरकार का व्यवहार एकदम गैर-ज़िम्मेदाराना रहा। सरकार की लापरवाही के कारण दूसरी लहर के दौरान मौतों के आंकड़े बताते हैं कि इसका कहर कितना घातक था।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आज जब प्राकृतिक रूप से यह लहर थोड़ी थमने लगी तो अचानक सरकार मीडिया और अपनी मशीनरी के द्वारा फिर से दिखने लग रही है तथा प्रधानमंत्री और उनके मंत्री आगे आकर फिर से बयान देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही से लोगों की जान गयी है इसलिए कुर्सी पर बैठे लोगों को देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी और अपनी जवाबदेही समझ में आनी चाहिए।