सरायमीर/आजमगढ़: रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव के पक्ष में जनसंपर्क करने आए मंच अध्यक्ष एडवोकेट मोहम्मद शुऐब ने कहा की वर्तमान सत्ता हर दिन नई समस्याएं खड़ी कर रही है। सांप्रदायिक और जातीय विद्वेश फैलाने के लिए अपनी नित नई चालबाजियों में आम जन के साथ ही आंदोलनकारियों का भी दमन किया जा रहा है। सत्ताधारियों की मंशा जनता को अधिकारों से वंचित करने के साथ ही आंदोलनों की संभावना को भी खत्म कर देना है।
उन्होंने कहा कि लकवा ग्रस्त विपक्ष से कुछ नहीं होगा, इसका मुकाबला करने के लिए आंदोलनकारियों को सड़क की आवाज को सदन तक ले जाने के लिए चुनावों में भागीदारी करनी होगी। अपने जनसंपर्क के दौरान उन्होंने जनता को यह संदेश भी दिया की यदि आंदोलन की गूंज सदन तक पहुंचाने का काम नहीं किया गया तो स्तिथि बहुत भयावह होने वाली है।
उन्होंने कहा की कामरान की एनकाउंटर के नाम पर की गई हत्या के मामले में तमाम राजनीतिक दलों की खामोशी इसका जीता जागता सबूत है। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन के पी सी कुरील, पिछड़ा समाज महासभा के नेता एहसान उल मालिक और शिव नारायण कुशवाहा ने कहा की देश और प्रदेश के तमाम आंदोलनकारी समूह राजीव यादव के चुनाव अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
पत्रकार वार्ता में कामरान के भाई रुस्तम ने कहा की हम अच्छी तरह समझ गए हैं की समाज में आंदोलन और आंदोलनकारियों की भूमिका का कोई बदल नहीं है। राजीव यादव को और अधिक सबल बनाने की जरूरत है।