कोरोना से निपटने के लिये AMU ने पीएम केयर्स में दी एक करोड़ चालीस लाख की राशी, AMU में निशुल्क होंगे टेस्ट

नई दिल्लीः कोरोना से लड़ने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए पीए केयर्स में अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी द्वारा एक करोड़ चालीस लाख की राशी दी गई है। यह जानकारी केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी द्वारा ट्वीट करके दी गई है। नक़वी के मुताबिक़ आज नई दिल्ली में मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की गवर्निंग बॉडी की मीटिंग, वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के द्वारा हुई। जिसमें विभिन्न शैक्षणिक, रोजगारपूरक कौशल विकास एवं ब्रिज कोर्स के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की रणनीति और योजनाओं पर चर्चा एवं निर्णय हुए।

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केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हेल्थ असिस्टेंट एवं हॉस्पिटैलिटी फैसिलिटेटर के रोजगारपूरक ट्रेनिंग एवं अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों को वर्तमान जरूरतों के अनुसार आगे बढ़ाने पर निर्णय हुआ। कोरोना राहत के लिए बने “प्रधानमंत्री केयर्स” फंड के लिए मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के सभी अधिकारियों, अन्य स्टाफ ने अपने एक दिन का वेतन देने का फैसला किया।

मुख्तार अब्बास नक़वी ने बताया कि एएमयू के वीसी, जो कि मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन के मेंबर भी हैं, ने जानकारी दी कि एएमयू ने 1 करोड़ 40 लाख रूपए “पीएम केयर्स” में सहयोग किया है एवं एएमयू में मेडिकल कॉलेज ने 100 बेड की व्यवस्था कोरोना मरीजों के उपचार के लिए की है। साथ ही एएमयू ने निशुल्क कोरोना टेस्ट की व्यवस्था भी की है, अब तक 9000 टेस्ट कर चुके हैं। साथ ही 3 करोड़ रूपए के एन-95 मास्क, पीपीई, वेंटिलेटर्स आदि मंगाए हैं ताकि उसे जरूरतमंदों के सेहत-सलामती हेतु उपयोग किया जा सके।

उन्होंने कहा कि गरीब नवाज स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत 1500 हेल्थ केयर असिस्टेंट को ट्रेनिंग दी गई है जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद कर रहे हैं। बता दें कि दुनिया भर में कोरोना ने तबाही मचाई हुई है। कोरोना की चपेट में सबसे ज्यादा शक्तिशाली कहे जाने वाला अमेरिका भी आ चुका है। दिसंबर में चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस की हुई थी, जो देखते देखते पूरी दुनिया में पैर पसार गया है।