तेहरानः अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर तंज करते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा है कि इस चुनाव ने अमेरिकी लोकतंत्र की वास्तविकता को उजागर कर दिया है। बता दें कि अमेरिकी राज्य अलास्का में अंतिम मतदान केंद्र पर मतदान समाप्त हुए 24 घंटे से भी अधिक समय बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक यह तय नहीं किया गया है कि व्हाइट हाउस में अगला राष्ट्रपति कौन होगा।
इस संबंध में, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर जारी एक बयान में कहा, “क्या तमाशा है! कोई कह रहा है कि यह अमेरिकी इतिहास का सबसे धोखाधड़ी वाला चुनाव है, और यह कौन कह रहा है? संयुक्त राज्य अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति। खामेनी ने कहा कि “विरोधी कह रहे हैं कि ट्रम्प चुनाव में धांधली करना चाहते हैं, यह अमेरिकी चुनाव और लोकतंत्र की वास्तविकता है।”
उनकी खुद की रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेता इस बात से भी नाराज हैं कि ट्रम्प ने चुनावों को धांधली कहा, जबकि ट्रम्प के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन की टीम ने ट्रम्प पर मतों को हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उन लोगों को वंचित करना चाहते हैं जिन्होंने पोस्ट द्वारा वोट देने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है।
What a spectacle! One says this is the most fraudulent election in US history. Who says that? The president who is currently in office. His rival says Trump intends to rig the election! This is how #USElections & US democracy are.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) November 4, 2020
जानकारी के लिये बता दें कि ईरान और अमेरिका के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध और अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं, इसका मुख्य कारण परमाणु समझौते से संयुक्त राज्य की वापसी और ईरान पर आर्थिक प्रतिबंधों का फिर से लागू होना है। बिडेन ने अपने चुनाव अभियान के दौरान संकेत दिया है कि वह राष्ट्रपति चुने जाने पर 2015 के परमाणु समझौते में फिर से शामिल हो सकते हैं। दूसरी ओर, ईरानी सुप्रीम लीडर ने पहले ही अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी चुनाव परिणाम ईरानी नीति को प्रभावित नहीं करेंगे।