तिरुवनंतपुरम: केरल के तिरुवनंतपुरम से स्नातक नजिया नवास ने वारली पेंटिंग की तकनीक में पेंटिंग बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है। नाजिय ने जिस पेंटिंग को बनाया है वह महाराष्ट्र में उत्तरी सह्याद्री रेंज के आदिवासी समुदाय के लिए एक अनूठी कला है।
5 इंच लंबी और चौड़ाई में उनके द्वारा बनाई गई एक वारली पेंटिंग ने उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में पहचान दिलाई है। उनकी प्रविष्टि ने 10 इंच लंबाई और चौड़ाई वाली वारली पेंटिंग के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। नजिया ने औपचारिक रूप से पेंटिंग नहीं सीखी है लेकिन इंटरनेट से उन्होंने इसके गुर सीखे हैं। वह अब तक 100 से ज्यादा पेंटिंग बना चुकी हैं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए, नजिया ने कहा कि उसने पहले लॉकडाउन के दौरान वारली पेंटिंग की दुनिया में प्रवेश किया, वह पहले भी अपनी कई पेंटिंग ऑनलाइन बेच चुकी हैं और इससे पैसा भी कमाया है।
नाजिय ने बताया कि वह आने वाले दिनों में मुंबई से व्यवस्थित तरीके से ड्राइंग और पेंटिंग सीखने की योजना बना रही है। नजिया पहले ही अपनी तस्वीरें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भेज चुकी हैं। नजिया तिरुवनंतपुरम में नवास और कनियाउरम की की बेटी हैं।