सईदुज़्ज़फर
मऊ शहर जो कभी बुनाई और साड़ियों के लिए ही जाना जाता था आज शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है, कोई भी परीक्षाफल घोषित होने के बाद उसमें मऊ के छात्रों का नाम होना इस बात का प्रमाण है कि मऊ में शिक्षा का ग्राफ तेज़ी के साथ बढ़ा है, विशेषकर बेटियों ने भी अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने का बेड़ा उठा लिया।
नीट के परिणाम के बाद जब कल देर शाम अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 10+2 प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ था यहां भी मऊ के छात्र-छात्राओं का जलवा बरकार रहा, जहां देश के विभिन्न क्षेत्रों से हज़ारों लाखों की संख्या में छात्र इस परीक्षा में सम्मलित होते हैं वहीं पर मऊ जैसे छोटे से शहर से एक दर्जन से अधिक छात्रों ने अपनी उपलब्धि दर्ज करायी है।
कल के प्रवेश परीक्षा परिणाम में जहां सफूरा फातिमा को कामयाबी मिली वहीं इनकी क्लासमेट व सहेली मदीहा ज़फर को भी कामयाबी मिली है, इनकी रैंक 85 है। मदीहा ज़फर रघुनाथपुरा निवासी हाजी मोहम्मद इदरीस की पोती व ज़फरूल इस्लाम की बेटी हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा नर्सरी से हाईस्कूल तक स्कालर पब्लिक स्कूल मऊ से हुयी और क्वांटम क्लासेस से कोचिंग की।
मदीहा ने अपनी कामयाबी पर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मेरी इस कामयाबी में दादा-दादी, माता-पिता की दुआओं और नाना नानी की हौसला अफज़ाई के साथ टीचर्स का भी बहुत सपोर्ट रहा। इसी तरह मुहल्ला डोमन पुरा (चमन पुरा) निवासी अनीस अहमद की बेटी अलीशा कशिश ने भी एएमयू 10+2 की प्रवेश परीक्षा में 129 रैंक प्राप्त की है, इनकी प्रारंभिक शिक्षा नर्सरी से हाईस्कूल तक सर इकबाल पब्लिक स्कूल मऊ से हुयी। क्वांटम क्लासेज से कोचिंग कर के यह सफलता प्राप्त की है।
मऊ के ही फखरूद्दीन पुरा निवासी अशरफ कमाल सुमन के बेटे हाज़िक कमाल ने भी एएमयू के 10+2 में मैथ स्ट्रीम से सफलता प्राप्त की है। विशेष बात यह है कि इन्होंने कक्षा पांच तक की पढ़ाई मदरसा तालिमुद्दीन से प्राप्त की और हाई स्कूल तक की पढ़ाई स्कॉलर पब्लिक स्कूल से हुई।