एक चोर है जो एटीएम काटने की मेहनत करता है। एक पुलिस है जो उस चोर की जेब काट लेती है। पुलिस को पैसे देकर चोर फिर चोरी करने चला जाता है। अब चोर को गाजियाबाद ज़िले की पुलिस पकड़ लेती है तो चोर कहता है कि नोएडा की पुलिस के कुछ लोगों ने बीस लाख लेकर छोड़ दिया था तो आप भी कुछ लेकर छोड़ दो। चोर के इस सच से पुलिस का झूठ पकड़ा गया।
जिन लोगों ने चोर से बीस लाख लिए वो न जाने कितने ऐसे बीस लाख होते होंगे। उनके पैसे के बारे में सोच कर मज़ा आ रहा है। बीस लाख लेने वाले पुलिसकर्मियों की सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल देखने का मन कर रहा है। ये लोग भारत को लेकर क्या लिखते हैं, किस तरह की बातें लिखते हैं। और पोस्ट करने के बाद जब पैसा वसूलने निकलते हैं तो भारत माता के प्रति सम्मान और प्यार का ख़्याल आता होगा या पैसा लेकर कढ़ी चावल खाने चले जाते होंगे? मुर्ग़ा भात नहीं लिखा क्योंकि भावनाएँ आहत हो जाती हैं।
जेवर एयरपोर्ट और बीजिंग
मंत्रियों ने बीजिंग एयरपोर्ट की तस्वीर को जेवर इंटरनेशनल का बताकर बिल्कुल सही किया। यह भारत की तस्वीर-अधिग्रहण नीति है। इन रणनीति के तहत ये मंत्री बीजिंग की हर तस्वीर को बुलंदशहर का बता देंगे। बुलंदशहर के लोग मान भी लेंगे कि बीजिंग पर कब्ज़ा हो गया है और बीजिंग को बुलंदशहर लाया जा चुका है। चीन ने अति कर दिया है। जब तक ख़बर आ जाती है कि भारत की सीमा में घुस गया है। भारत की सीमा से सटे इलाके में गांव बना रहा है। सैनिक अड्डा बना रहा है। हाईवे बना रहा है। हम कुछ नहीं कर रहा है। तो हम ये करेंगे। बीजिंग के एयरपोर्ट की तस्वीर को जेवर का बता कर ट्वीट करेंगे।
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास के वक्त इनते सारे मंत्रियों को बीजिंग एयरपोर्ट की तस्वीर का मिलना, बता रहा है कि हमारा हर छोटा-बड़ा नेता चीन में दिलचस्पी ले रहा है।दिन रात इसी में लगा है कि चीन के किस एयरपोर्ट या हाईवे की तस्वीर को जेवर या गोरखपुर का बताया जा सके। इस तरह चुनाव आते आते चीन की हर दुकान यूपी में खुल सकती है। नोएडा वालों को बीजिंग का फोटो लगाकर बता सकते हैं कि ऐसी दुकान बलिया में खुल गई है।
जिस भी एजेंसी ने बीजिंग एयरपोर्ट की तस्वीर की सप्लाई की है उसे पता है कि मंत्रियों को दे रहा है। उसकी जवाबदेही है। जानते हुए भी उसने दूसरे देश में बन चुके एयरपोर्ट की तस्वीर दी और सबने बिना चेक किए उसे जारी कर दिया। बीजिंग की सत्ता हिल गई होगी। बीजिंग वाले भारत की ज़मीन पर नज़र डाले हुए हैं और भारत वाले बीजिंग की तस्वीर पर। अगर बहुत बदनामी हो तो मंत्री इस फेक न्यूज़ का इस्तमाल इस रुप में कर सकते हैं, भाषण में चीन को ललकार सकते हैं देख लो फुलझड़ी बनाने वाले चीन, अभी तो तुम्हारे बीजिंग एयरपोर्ट की तस्वीर ही हमने कब्ज़े में ली है, एक दिन बीजिंग भी हमारा होगा। कल हमारा होगा।
(लेखक जाने माने पत्रकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)