नई दिल्लीः कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बंद हैं। दोनों विश्विविद्यालयों के छात्र विश्वविद्यालय को खोले जाने को लेकर प्रदर्शन भी कर चुके हैं। अब यह मुद्दा लोकसभा तक पहुंच गया है। लोकसभा में बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने इस मुद्दे को उठाया है, उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द दोनों विश्वविद्यालय को खोला जाएगा।
आज संसद में शून्यकाल के दौरान कुँवर दानिश अली ने देश में बंद पड़े विश्वविद्यालयों को खोले जाने के मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि तकरीबन दो साल होने जा रहे हैं देश के विभिन्न विश्वविद्यालय बंद पड़े हैं स्कूल भी खुल गए सब कुछ खुल गए लेकिन विश्वविद्यालय अभी भी नहीं खोले जा रहे हैं।
जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा के देश में खासकर में उन दो विश्वविद्यालयों का बात करूंगा जिसका मैं इस लोकसभा के माध्यम से कोर्ट का सदस्य हूँ जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी दोनों विश्वविद्यालय नहीं खोली जा रही है अगर समय से ये विश्वविद्यालय नहीं खोले गए तो हमारी पीढ़ी बहुत पीछे चली जाएगी।
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आंतरिक चुनाव के लिए सरकार से मांग करते हुए कहा कि जब कोर्ट में कुलपति का नियुक्ति होती है उसकी एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है कानून के माध्यम से और उस कानून में यह है कि जो कोर्ट होगा वो अनुशंसा करता है पांच नामों का फिर EC उन में से तीन नामों का अंत में माननीय राष्ट्रपति जी एक नाम की अनुशंसा करते हैं ये प्रिक्रिया है। लेकिन 50 प्रतिशत से ज्यादा अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय की रिक्तियां है और इसकी प्रक्रिया 6 महीने पहले शुरू होती है लेकिन मौजूदा कुलपति का कार्यकाल मुश्किल से तीन साढे तीन महीने बचा है।
अतः मेरी यह सरकार से मांग है जो हमारे देश में लोकतांत्रिक प्रिक्रियाएँ हैं उनको अंतर्ध्वंस न करें और निर्देशित करें की अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय कोर्ट के जो रिक्तियां हैं उस के लिए आंतरिक चुनाव जल्द से जल्द कराया जाए।