बजरंगी भाईजान के नाम से मशहूर हैं सैय्यद आबिद हुसैन, विदेश में फंसे एक और भारतीय की कराई ‘वतन वापसी’

अंबेडकरनगरः कमाने की लालसा हर किसी को होती है। परन्तु कमाने के तरीके अलग अलग हैं। कुछ लोग पैसा कमाने के लिए विदेश में जाकर सब कुछ गंवा देते हैं। विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए एक मात्र सहारा बन कर मसीहा के रूप में  आबिद हुसैन अपनी पहचान बना रहे हैं। अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र लोरपूर निवासी ज़ाहिद परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए सऊदी अरब गया हुआ था। दम्माम शहर में दो साल से ड्राईवर का काम कर रहा था वतन वापस आने की पूरी तैयारी हो चुकी थी तभी रिस्पांसर ने फर्जी तरीके से फसा दिया, घर पर सूचना मिलने पर घर वालों का रो रो कर बुरा हाल था।

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ज़ाहिद ने लेबर कोर्ट का सहारा लिया लेकिन वतन वापसी का कोई रास्ता नही निकला तभी दहियावर निवासी सैयद रजा ज़ैदी ने  सैय्यद आबिद हुसैन का नाम बताया जिसपर साथ मे रह रहे साथियों ने आबिद हुसैन से दूरभाष पर बात किया । उसके उपरांत आबिद हुसैन ने भारतीय दूतावास दम्माम काउंसलेट के अधिकारी इल्यास से दूरभाष पर सम्पर्क किया कड़ी मशक्कत के बाद ज़ाहिद की वतन वापसी हो पायी इसके लिए ज़ाहिद का परिवार आबिद हुसैन की तरक्की की दुआ किया और कहा ऐसे नेक  इंसान सदैव स्मरणीय रहेंगे।

वही ज़ाहिद ने एयरपोर्ट से एक वीडियो बना कर के उसमे बताया कि उनका मालिक उन्हें आने नहीं देरहा था उनपे केस कर दिया कोर्ट मे केस जीतने के बाद भी उन्हें भारत भेजनें मे कोई रूचि नहीं दिखा रहा था लेकिन आबिद हुसैन की इस मुहिम के कारण कफ़ील पर जो दबाओ पड़ा तभी मुझे आज भारत वापस आने का रास्ता मिला और अम्बेसी के वॉलिंटियर इलियास नाज़ शौकत अली और वेंकटेश और आबिद की वजह से ही यह काम नामुमकिन मुमकिन हुआ।

जिसके लिए मैं आबिद हुसैन भारत सरकार विदेश मंत्रालय, इंडियन रियाद एम्बेसी राजदूत जनाब डॉ औसाफ़ सईद , दम्माम अम्बेसी के वॉलिंटियर इलियास नाज़ शौकत अली और वेंकटेश और उनकी पूरी टीम का बेहद शुक्रिया अदा करता हूं। साथ में मैं आबिद हुसैन ने भी भारत सरकार विदेश मंत्रालय, इंडियन रियाद एम्बेसी राजदूत जनाब डॉ औसाफ़ सईद, दम्माम अम्बेसी के वॉलिंटियर इलियास नाज़ शौकत अली और वेंकटेश और उनकी पूरी टीम का बेहद शुक्रिया अदा किया।

आबिद हुसैन ने एक बार फिर सभी युवाओं से गुजारिश करते हुए कहा कि ऐसे फर्जी एजेंटों से सावधान रहें और इनके जाल साजी में न आयें। विदेश जरूर जायें पर बहुत सतर्क और सुरक्षित हो कर जायें। एजेंट और एजेंसी व दस्तावेज की पूरी जांच पड़ताल कर के ही जायें और जाते ही सम्बंधित एम्बेसी एवं हाई कमीशन से जरूर संपर्क करें। ताकि उनके साथ कोई भी दिक्कत आये तो एम्बेसी आपकी सीधे मदद कर सके।