बागपत। जमीयत उलेमा-ए-हिंद की बागपत ईकाई के तत्वावधान में डौला गांव स्थित मदरसा इस्लामिया अरबिया कासिमुल उलूम के प्रांगण में जमीयत सद्भावना मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिलाध्यक्ष मुफ़्ती अब्बास व संचालन मौलाना जावेद ने की। कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने संयुक्त रूप से देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि आज की स्थिति में भारत की साझा संस्कृति की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि रहे जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुदीन कासमी ने कहा कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने देवबंद में 28 और 29 मई को हुए दो दिवसीय सम्मेलन में सकारात्मक संदेश देने के लिए देशभर में 1000 जगह सद्भावना मंच कार्यक्रम के लिए आयोजन का ऐलान किया था जिसके तहत आज बागपत में सदभावना मंच कार्यक्रम में आयोजन किया गया है। कहा कि सदभावना मंच का मकसद मुल्क में अमनो अमान कायम करना है आपस की दूरियों को मिटाना व मुल्क में नफरत के बीज बोने वालों को नजर अंदाज करना है।
उन्होंने कहा कि हिन्दू मुस्लिम आपस में मिलकर मुल्क की तरक्की के लिए आगे बढ़ने का काम करे। उन्होंने कहा कि नफरत का जवाब नफरत से नहीं, बल्कि प्यार से दिया जा सकता है। देश मे हालिया जो घटनाएं हुईं, उसमें घृणा का जवाब घृणा से देने का प्रयास किया गया जो काफी निराशाजनक है। न इस्लाम और न ही मानवता में इसका कोई स्थान है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि भारत की आत्मा और सभी धर्मों के गुरु यहां ऐसे कठिन समय में एकत्र हुए हैं। जो देश को तोड़ना चाहते हैं वे कभी सफल नहीं होंगे। यह भारत सबका है और हमेशा सबका रहेगा। इस देश के लिए सभी ने कुर्बानी दी है, जिसकी प्रतीक सौ साल पुरानी जमीयत उलेमा-ए-हिंद है।
उन्होंने कहा कि नफरती लोग देश के साथ दुश्मनी कर रहे हैं और देश के अमन शांति तथा यहां की गंगा जमुनी तहजीब को तबाह बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने जमीयत उलेमा ए हिन्द की सभी जिला इकाईयों को तहसील स्तर पर सदभावना मंच का गठन करने के निर्देश दिए जिसमें हिन्दू भाईयों को भी शामिल किया जाये। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे पुलिस अधीक्षक नीरज सिंह जादौन ने कहा कि समय-समय पर ऐसे प्रोग्राम होने जरूरी हैं जिनसे आपसी भाईचारा बनता है ओर समाज को एक आइना दिखाया जाता है।
उन्होंने शोशल मीडिया पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने या किसी जाति समुदाय पर टिप्पणी करने से बचा जाए। तथा संप्रदायिक सद्भाव के माहौल को धर्म से संबंधित पोस्ट कर बिगाड़ने के प्रयास से बचा जाये। इस मौके पर डॉ मांगे, नवजोत सिंह, सुशील खन्ना, केके शर्मा, तेजपाल सिंह, भूपेंद्र प्रधान, रिजवान मंसूरी, तमीना खान, मन्नू बाबाजी, भगत जी, तेजपाल, शिवानी, सरदार अली पंवार, मौलाना आकिल, कारी वाजिद, हाफिज कासिम, कारी शाबिर आदि लोग मौजूद रहे।