नई दिल्लीः त्रिपुरा पुलिस द्वारा राज्य में मुस्लिम विरोधी हिंसा पर आवाज उठाने वाले सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाना घोर निंदनीय है। हम बहुसंख्यकवादी राज्य के इन हथकंडों से चुप नहीं होंगे और सांप्रदायिकता के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे।
त्रिपुरा भाजपा सरकार ने @ShyamMeeraSingh के ऊपर, ‘त्रिपुरा जल रहा है’ TRIPURA IS BURNING ट्वीट करने पर, UAPA लगा दिया! हां! त्रिपुरा जल रहा है! #TRIPURA_IS_BURNING!
अरे @Tripura_Police @tripura_cmo@BJP4Tripura अब लगाओ हम पर भी UAPA!@KotwalMeena @WasimAkramTyagi— @Misra_Amaresh (@misra_amaresh) November 6, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने हिंसा से जुड़ी ‘विकृत और आपत्तिजनक’ सामग्री पर अंकुश लगाने के बहाने ट्विटर को कई सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट्स को सस्पेंड करने के लिए कहा है। पोलिस ने उनके खिलाफ कठोर यूएपीए (UAPA) कानून के तहत मामला भी दर्ज किया है।
UAPA अकेले मुझपर नहीं लगा है, मेरे अलावा 101 लोगों पर भी लगा है, वे सब मुस्लिम है. ये दिखाता है भारत सरकार अपने अल्पसंख्यकों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है. लड़ाई मेरी नहीं, उन बच्चों को बचाने की है. ये शर्मनाक है कि भारतवासी तालिबान पर तो बोलते हैं लेकिन हिंदू तालिबान पर चुप हैं.
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) November 6, 2021
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने हिंसा की उन विभिन्न घटनाओं को प्रकाश में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिन्हें मुख्यधारा के मीडिया द्वारा बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया गया था। राज्य पुलिस और अधिकारियों ने इन आपराधिक तसवीर को कम कर और सामान्य स्थिति की झूठी तस्वीर पेश करने की पूरी कोशिश की है।
आप मेरे साथ खड़े रहे इसके लिए शुक्रिया, लेकिन आप मेरी चिंता न करें. मेरी आपसे अपील है, इस मुद्दे को मुझसे हटाकर “Muslim atrocities” पर केंद्रित करें. इस देश के करोड़ों मुसलमानों के सामान्य अधिकारों को भी कुचला जा रहा है. अगर हिंदुओं में ज़रा सी भी इंसानियत बची है तो उनका साथ दें.
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) November 6, 2021
त्रिपुरा पुलिस मुसलमानों की संपत्ति और आजीविका की रक्षा करने के अपने कर्तव्य को निभाने में बुरी तरह से विफल रही, क्योंकि इसने हिंदुत्ववादी गुंडों को खुली छूट दी। और अब दंगाइयों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई करने की बजाय निर्दोष सोशल मीडिया यूजर्स को सता रहे हैं।
हम पुलिस द्वारा निशाने बनाए जा रहे व्यक्तियों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और इन निंदनीय आरोपों के खिलाफ लड़ने का संकल्प लेते हैं। हम त्रिपुरा के मुसलमानों के लिए न्याय और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करना जारी रखेंगे। पुलिस की यह मनमानी नहीं चलेगी।