असम में पुलिस अत्याचार से ग्रस्त मोइनुल हक के बच्चों के शिक्षा का खर्च उठाएगा SIO

नई दिल्ली: सोमवार को एस आई ओ के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला दरंग में आसाम पुलिस द्वारा मारे गए मोइनुल हक और शेख फरीद के परिवारों से मुलाकात की और संवेदना व्यक्ति की।

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संगठन ने यह भी घोषणा किया कि वह मोइनुल हक के तीनों बच्चों के पूरे शिक्षा का खर्च उठाएगी। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे एसआईओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सलमान अहमद ने कहा कि तीनों बच्चों के शिक्षा के खर्च को उठाना हमारा सौभाग्य होगा। हमने जब उनके घर वालों से इस संबंध में बात की तो उन लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया। हम उनके बेहतर और खुशहाल जीवन की कामना करते हैं और उन लोगों के लिए सख्त दंड की मांग करते हैं जिन्होंने इस तकलीफ से दो चार किया है।

मोइनुल हक के उत्तराधिकारीयों में उनके माता पिता पत्नी और तीन बच्चे हैं, दो बेटे मुकदिस (13 वर्ष) और मुकद्दस अली (4 वर्ष) और एक बेटी मंज़ूर बेगम (9 वर्ष)।

प्रतिनिधिमंडल ने जिला के सिपाझर क्षेत्र का भी भ्रमण किया जहां प्रशासन द्वारा लगभग 800 परिवारों को घरों से निकाल दिया गया है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कई परिवारों से बातचीत कर उनके समस्याओं को जानने की कोशिश की।

सलमान अहमद ने यह कहा कि वह क्षेत्र जहां घर से निकाले गए परिवारों को रखा जा रहा है वह बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र, नदी का बेसिन और टापू क्षेत्र है और वहां तक सड़क का पहुंच भी नहीं है। उन्हें टीन के छत के नीचे तत्कालिक आश्रय में रखा गया है। उन्हें पानी भोजन और चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं की अत्यंत आवश्यकता है। सरकार तुरंत उनके बीच राहत कार्य करे।

सामाजिक संगठनों ने आसाम के मुख्यमंत्री के CM से की मुलाकात

रविवार को एसआईओ , जमात ए इस्लामी हिंद और जमीअतुल उलमा हिंद के सामूहिक प्रतिनिधिमंडल ने आसाम के मुख्यमंत्री डॉ हेमंत विश्वा शर्मा और दरंग के जिला डिप्टी कमिश्नर प्रभाती थाउसीन से मुलाक़ात कर विस्तृत चर्चा की ओर दरंग में पुलिस अत्याचार और घर से निकाले जाने का मामला उठाया।

प्रतिनिधिमंडल ने बेघर मुसलमानों पर अत्याचार में शामिल पुलिस कर्मियों को सज़ा देने और उनके द्वारा मारे गए एवं जख़्मी लोगों को मुआवज़ा देने की माँग को दोहराया। और मुख्यमंत्री को भी इस ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि बे घर लोगों को प्रशासन द्वारा दोबारा बसाया जाए।

मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनकी मदद की जाएगी और प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वे सिपाझर का भ्रमण करें जहाँ बेघर लोगों को बसाया गया है, उनके आवश्यकताओं का जायज़ा लें और बतायें कि तात्कालिक क्या किया जा सकता है। उन्होंने ने संगठन से मदद कार्य शुरू करने की अपील की और भरोसा दिलाया कि सरकार इस कार्य में भरपूर मदद करेगी। एस आई ओ और अन्य संगठनों के आपसी संयोग से जल्द आगे एक योजना तैयार करेगी।