पटना: बिहार को स्टार्ट-अप्स की राजधानी बनाएँगे। बिहार के युवा अब बिहार में ही आकर स्टार्ट अप्स स्थापित करेंगे। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, सिंगल विंडो क्लीयरेंस समेत बिहार में स्टार्ट-अप्स और उद्योगों की स्थापना के लिए शानदार इकोसिस्टम बनाने के लिए लगातार कोशिशें हो रही हैं और इसमें बहुत जल्द अच्छी प्रगति देखने को मिलेगी। वो दिन दूर नहीं जब बिहार के स्टार्ट-अप्स दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद या बैंगलोर जैसे शहरों में रजिस्टर करके नहीं बल्कि बिहार में रजिस्टर कर ऑपरेट करेंगे। ये बातें बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने शनिवार को बिहार स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2022 का शुभारंभ कर कही।
पटना के ज्ञान भवन में उद्योग विभाग के सहयोग से बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित बिहार स्टार्टअप्स कॉन्क्लेव 2022 का शनिवार को शुभारंभ हुआ जिसमें बिहार ही नहीं बल्कि बिहार के बाहर के भी बहुत से एंजेल इन्वेस्टर्स और वेंचर कैपिटलिस्ट्स ने हिस्सा लिया और बिहार की स्टार्टअप कंपनियों को मार्गदर्शन देने के लिए आए निवेशकों ने उसमें 8 लाख से लेकर 60 लाख रुपए तक का निवेश का चेक बिहार की स्टार्टअप कंपनियों को सौंपा।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार अब पूरी तरह बदल गया है। बिहार को लेकर निवेशकों की धारणा भी अब पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा जब दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद या विदेशों में स्टार्टअप्स बहुत अच्छे से चला रहे हैं तो वो अपनी जन्मभूमि में स्टार्ट अप्स क्यों नहीं चला सकते। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान बिहार में स्टार्ट-अप्स के इकोसिस्टम को पहले से काफी बेहतर करने पर है और वो दिन दूर नहीं जब जो बिहार के स्टार्ट-अप्स जो दूसरे राज्यों में रजिस्टर कर ऑपरेट करते हैं वो बिहार में ही रजिस्टर करेंगे और बिहार से ही ऑपरेट करेंगे।
बिहार स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव 2022 में बिहार की स्टार्ट अप कंपनियों को एंजेल इन्वेस्टर्स से लाखों की सौगात भी मिली। बिहार और बिहार के बाहर के निवेशकों ने बिहार की स्टार्टअप कंपनियों में जमकर फंडिंग और 8 लाख से लेकर 60 लाख तक की रकम के चेक उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन के द्वारा स्टार्ट अप कंपनियों को सौंपे गये।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की स्टार्टअप पॉलिसी के तहत यहां स्टार्ट अप्स को पूरी मदद दी जा रही है । उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्ट अप पॉलिसी के तहत स्टार्ट अप को 10 लाख की सीड फंड के अलावा स्टांप ड्यूटी, पेटेंट फिलिंग, इन्क्यूबेटर्स इंसेंटिव्स समेत कई तरह की रियायतें और सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप पॉलिसी के तहत अबतक 145 स्टार्ट अप कंपनियों को 10 लाख रुपए सीड फंड के हिसाब से कुल 5 करोड़ 95 लाख की प्रथम किस्त और 62 स्टार्ट अप्स को दोनों किस्त की राशि के रुप में 3 करोड़ 55 लाख रुपए वितरित किए गए हैं।
पटना के ज्ञान भवन में इकट्ठा हुए बिहार की 700 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों के प्रतिनिधियों और युवा उद्यमियों को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के स्टार्ट अप को कैपेसिटी बिल्डिंग और प्रशिक्षण की सुविधा दिए जाने हुए उद्योग विभाग के साथ राज्य सरकार ने आईआईटी, एनआईटी, डीएमआई, सीआईएमपी जैसे 16 इन्क्यूबेटर्स को ये जिम्मा सौंपा है। हाल ही में उद्योग विभाग ने सिडबी के साथ भी एमओयू किया है ताकि बिहार की स्टार्टअप्स और एमएसएमई को फंड की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि पटना के गाँधी मैदान स्थित उद्योग भवन में बियाडा द्वारा एक आईडिएशन लैब भी जल्द स्थापित हो रहा है। उऩ्होंने कहा कि इसके संचालन के लिए आईआईटी पटना के साथ समझौते पर दस्तखत हो चुका है।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने स्टार्ट अप कॉन्क्लेव में जुटे युवा उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के औद्योगिकीकरण में स्टार्टअप्स की भी अहम भूमिका होगी इसलिए उनके विकास और प्रोत्साहन पर उनका पूरा ध्यान है।
बिहार स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव 2022 में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, बिहार विधान परिषद सदस्य प्रो. राजेंद्र गुप्ता, वेंचर पार्क के मेंबर सेक्रेटरी सुबोध कुमार, बीआईए के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल व बिहार और अऩ्य राज्यों से आए बहुत से एंजेल इन्पेस्टर मौजूद रहे।