लखनऊ: पीस पार्टी ने एक बार फिर यूपी को चार भागों में विभाजित कर नए और छोटे प्रदेश बनाने की मांग को दोहराया है। पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान ने कहा कि हमारा पहला पड़ाव, उत्तर प्रदेश को विभाजित करके छोटे परदेशो के निर्माण का है। जिसमें मुख्यतः पश्चिम प्रदेश, पूर्वांचल, एंव बुंदेलखंड का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग न्याय के लिए 800 किलोमीटर दूर इलाहाबाद जाते हैं। जिससे न्याय में देरी भी होती है इसलिए छोटे राज्य ही एकमात्र विकल्प है जो प्रदेश को बदहाली से आजादी दिला सकते हैं।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि पीस पार्टी लंबे समय से छोटे राज्यों की वकालत करती रही है। शादाब ने तर्क दिया कि जिन बडे राज्यों को तोड़कर छोटे राज्य बनाए गए हैं, वहां देखा यह गया है कि छोटे राज्यों ने ज्यादा तरक्की की है, और बदहाली से आजादी पाई है। उन्होने आगे कहा कि उत्तराखंड हो तेलंगाना हो हरियाणा हो झारखंड छत्तीसगढ़ हो इन राज्यों ने ज्यादा विकास किया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बना कर मेरठ को उसकी राजधानी बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने से प्रदेश में क़ानून व्यवस्था व प्रगति को बेहतर होगी, साथ ही महिलाएं सुरक्षित होंगी, किसानों को उनकी फसल का समय पर उचित दाम मिलेगा, युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, शादाबा ने कहा कि पीस पार्टी संवैधानिक रास्ते पर चलते हुए पृथक प्रदेशों के लिये आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य गंगा जमुनी तहज़ीब की रक्षा करते हुए लोगों को उनके अधिकार दिलाना है, जो पिछली सरकारें नहीं दे पाईं हैं। छोटे राज्य बनने से प्रदेश तरक्की की सीढियां चढेगा।
छोटे प्रदेश की वकालत करते हुए शादाब ने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालना नामुमकिन छोटे प्रदेशों का निर्माण तरक्की और कानून व्यवस्था के लिए बेहद जरूरी जिसकी हम मांग करते हैं एवं जरूरत पड़ने पर संविधानिक आंदोलन के लिए भी तैयार हैं. जहां-जहां भी छोटे प्रदेशों का निर्माण हुआ है उन प्रदेशों ने तरक्की की है क्राइम रेट घटा है इसीलिए प्रदेश के हितों को देखते हुए महिलाओं की सुरक्षा युवाओं को रोजगार एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम बनाने के लिए हम छोटे प्रदेशों के निर्माण की मांग करते हैं