शाहरुख ख़ान को ट्रोल कर रहे लोगों को पत्रकार का करारा जवाब ‘नाम मे खान है इसलिए किसी को चुभन होती है’

नई दिल्लीः टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम के सेमीफ़ाइनल में पहुँचने पर काफ़ी वाहवाही हो रही है। भारतीय महिला हॉकी को लेकर 2007 में शाहरुख़ ख़ान अभिनीत फ़िल्म ‘चक दे इंडिया’ आई थी, तो काफ़ी बहस हुई थी। भारत में खेल और खेल की राजनीति को इस फ़िल्म का विषय बनाया गया था। सोमवार को भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया की दमदार टीम को मात दी तो टीम के कोच शॉर्ड मारिन को भी काफ़ी सराहना मिली। जीत के बाद भारत की महिला हॉकी टीम के डच कोच शॉर्ड मारिन ने खिलाड़ियों के साथ एक फोटो ट्वीट किया है। इस ट्वीट के साथ मारिन ने लिखा है, ”सॉरी फैमिली, मैं अब बाद में आऊंगा।”

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शॉर्ड मारिन के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए भारत में महिला हॉकी पर बनी फ़िल्म ‘चक दे इंडिया’ के अभिनेता शाहरुख़ ख़ान ने भी ट्वीट कर कहा, ”हाँ, हाँ कोई बात नहीं। बस वापसी में सोना लाना…एक अरब सदस्यों वाले परिवार के खातिर। इस बार धनतेरस भी दो नवंबर को है,- पूर्व कोच, कबीर ख़ान।” शाहरुख़ ख़ान के इस ट्वीट पर मारिन ने मज़े लेते हुए कहा, ”इस समर्थन और प्यार के लिए शुक्रिया. हमलोग फिर से जी जान लगा देने के लिए तैयार हैं।- असली कोच।”

शाहरुख ख़ान के इस ट्वीट के बाद कुछ लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया। जिसके बाद वरिष्ठ पत्रकार और टू सर्किल नेट के संपादक आस मोहम्मद क़ैफ़ ने शाहरुक के समर्थन में एक के बाद एक कई ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि नाम मे खान लिखा है इसलिए किसी को चुभन होती है। यह ही सच है कि Chak De India न आती तो महिला हॉकी को लाइमलाइट नही मिलती। Kabir Khan एक कल्पना थी जिसे शाहरुख ख़ान के स्टारडम ने बहुत बड़ा बना दिया था। शाहरुख ने क्रिकेट पर फ़िल्म नही बनाई थी। शाहरुख को नाम की भी जरूरत नही थी!

आस मोहम्मद ने एक और ट्वीट में कहा कि महिला हॉकी को थी। हर एक प्रतिभा को एक प्रेरणा की जरूरत होती है। इस टीम में एक खिलाड़ी ऐसी है जो 25 गज के मकान में रहती है। कई के पिता मामूली किसान हैं। एक की मां मजदूरी करती है। बाप टेलर है। शाहरुख खान ने महिला हॉकी को बूस्ट किया। Chak De India ने इन लड़कियों में हिम्मत दी। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पूरे देश मे एक समस्या हो गई है। एक के हिस्से का दूसरा खा रहा है। एक जगह सुखी रोटी भी नही है और दूसरी जगह ‘मने सलवा’ उतर रहा है। क्रिकेटर को छींक आ जाए तो करोडों खर्च कर देते हैं। सच बताएं सविता पुनिया का नाम आज से पहले किसने सुना था!

वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि शाहरुख ख़ान को ट्रोल करने में ऊर्जा लगा रहे हैं दुष्ट! शाहरुख की ‘सोच ‘ यथार्थ  हो गई है ,इनको जलन हो रही है! संधाड़ उठ रही है, इसमे भी ‘खान’ आ गया! पागल हो चुके है! खेल लड़कियों ने खेला हैं! अपने दम पर जीती है। उनका कोच बहुत शानदार है। उनकी सराहना कीजिये। ‘खान ‘ से सड़िये मत!

आस मोहम्मद क़ैफ़ ने कहा कि ऐसे समय पर शाहरुख खान को ट्रोल करने की जरूरत क्या थी! महिला हॉकी पर #चकदेइंडिया  फ़िल्म बनाकर  उसने तो अच्छा ही किया था न! अपनी सड़ांध को अपने भीतर ही रखते। उल्टी कर दी कम्बख्तों ने! जीत का मज़ा बिगाड़ने लगे! लड़कियों को प्रोत्साहित करते! बड़ा काम किया है।