नई दिल्लीः इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के केरल राज्य के अध्यक्ष और इस्लामिक विद्वान पनक्कड़ सैयद हैदर अली सहाब थंगल का रविवार को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पनक्कड़ सैयद हैदर अली थंगल पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें केरल के एर्नाकुलम जिले के अंगमाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया।
पनक्कड़ सैयद हैदर अली थंगल, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट में भी प्रमुख नेता रहे हैं। उनका शुमार केरल के मुस्लिम विद्वानों के प्रभावशाली नेताओं में होता है। पनक्कड़ सैयद हैदर अली थंगल मलप्पुरम स्थित पनक्कड़ थंगल परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं, बता दें कि थंगल परिवार का इंडियन मुस्लिम लीग को अस्तित्व में लाने में बड़ा योगदान रहा है।
हैदर अली थंगल दारुल हुदा इस्लामिक एकेडमी के मौजूदा अध्यक्ष भी हैं। वह केरल में सुन्नी मुस्लिम संगठनों में से एक, समस्ता केरल जमीयतुल उलमा के ईके गुट के उपाध्यक्ष भी हैं। उनका जन्म 15 जून, 1947 को मलप्पुरम के पनक्कड़ के पुक्कोया परिवार में हुआ था। वह पीएमएसए पुकोया थंगल के तीसरे बेटे और सैयद मोहम्मद अली शिहाब थंगल और सैयद उमर अली शिहाब थंगल के छोटे भाई हैं।
उन्होंने अपने भाई सैयद मुहम्मद अली शिहाब के निधन के बाद अगस्त 2009 में मुस्लिम लीग की अध्यक्षता संभाली। वह इस पद पर 13 साल तक रहे। वह 25 साल तक मुस्लिम लीग के मलप्पुरम जिला अध्यक्ष रहे। उन्होंने मलप्पुरम के एक छात्र संगठन नुरुल उलमा के अध्यक्ष बनकर अपने करियर की शुरुआत की। 1973 में गठित होने पर वह समस्थ के छात्र निकाय, SSF के संस्थापक अध्यक्ष बने। वह 1979 तक इस पद पर बने रहे। 1983 में, वे मुस्लिम लीग के मलप्पुरम जिला अध्यक्ष बने। वह कई धार्मिक संस्थानों, अनाथालयों और संगठनों के अध्यक्ष भी हैं।
यह मेरा व्यक्तिगत नुकसान है
पनक्कड़ सैयद हैदर अली थंगल के निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने ट्वीट कर उन्हें खिराज़-ए-अक़ीदत पेश की है। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने ट्वीट कर लिखा कि “आईयूएमएल केरल राज्य के अध्यक्ष सैय्यद हैदराली शिहाब थंगल के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। वह बेहद विनम्र व्यक्ति थे, पिछले कुछ वर्षों से मेरा उनके साथ घनिष्ठ संबंध रहा है। यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।