नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नफरत की राजनीति के कारण भारत का सिर शर्म से झुक गया है।
संजय सिंह ने सोमवार को यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की अंतरराष्ट्रीय बेज्जती कराई है। भारतीय जनता पार्टी के कामों और नफरत की राजनीति के कारण भारत का सिर शर्म से झुक गया है। आजादी के 75 वर्षों में आज तक किसी प्रधानमंत्री ने भारत को इतना अपमानित नहीं किया और भारत का सिर इस तरीके से दुनिया के सामने नहीं झुकाया जितना मोदी ने झुकाने का काम किया है। नरेंद्र मोदी की नफरत की राजनीति के कारण आज पूरी दुनिया में भारत सरकार के राजदूतों को बुलाया जा रहा है। उनको अपमानित किया जा रहा है और उनसे माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी और उनके प्रवक्ता गलती करते हैं, क्योंकि नरेंद्र मोदी से उनको नफरत की ट्रेनिंग मिलती है और माफी भारत को मांगनी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन के घर पर सुबह ईडी का छापा पड़ा है। पांच दिनों तक सत्येंद्र जैन से पूछताछ हुई लेकिन कुछ नहीं मिला। उच्च न्यायालय ने जब ईडी से पूछा तो कह दिया कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ कोई एफआईआर और कोई शिकायत नहीं है। जब सत्येंद्र जैन के खिलाफ एफआईआर और शिकायत नहीं है तो गिरफ्तार करके क्यों रखा गया है? इसलिए गिरफ्तार करके रखा गया है क्योंकि सत्येंद्र जैन एक ईमानदार इंसान हैं और दिल्ली के अंदर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं जनता को देकर, पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। पूरी दुनिया में दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल की चर्चा हो रही है और उसके पीछे बहुत बड़ा योगदान सत्येंद्र जैन का है। उनको आज गिरफ्तार करके रखा गया है।
आप नेता ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, सीबीआई, ईडी, आईटी का छापा सत्येंद्र जैन के घर पर बहुत बार पड़ चुका है, लेकिन कभी कुछ हासिल नहीं हुआ। प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि यह अंतरराष्ट्रीय बेज्जती जो आपकी हो रही है और भारत अपमानित हो रहा है, उन खबरों को दबाने के लिए आज आपने सुबह-सुबह ईडी का छापा सत्येंद्र जैन के घर पर करवा दिया है। यह एक अच्छे-ईमानदार स्वास्थ्य मंत्री और जैन समुदाय का अपमान है। जैन समुदाय का बड़ा योगदान सामाजिक कार्यों, देश की तरक्की और विकास में है। आज वह पूरा का पूरा समाज सत्येंद्र जैन के उत्पीड़न और कार्रवाई से दुखी-आक्रोशित है।