नई दिल्लीः महाराष्ट्र केनागपुर में संघ शिक्षा वर्ग, तृतीय वर्ष 2022 के समापन समारोह के दौरान संघ प्रमुख डॉ। मोहन भागवत ने ज्ञानवापी के मुद्दे पर कहा कि इतिहास हम बदल नहीं सकते। इस दौरान संघ प्रमुख ने ये भी कहा कि रोज़ रोज़ एक नया मुद्दा नहीं निकालना चाहिए।
राष्ट्रीय स्वंय सेवक के प्रमुख ने कहा, “ठीक है कि ऐसे कुछ प्रतीकात्मक स्थानों के बारे में हमारी कुछ विशेष श्रद्धा थी। लेकिन रोज़ एक नया मामला निकालना, ये भी नहीं करना चाहिए। हमको झगड़ा क्यों बढ़ाना है।” उन्होंने कहा कि “ज्ञानवापी के बारे में हमारी कुछ श्रद्धाएं हैं परंपरा से चलती आई हैं, हम कर रहे हैं ठीक है। परंतु हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना।”
मोहन भागवत ने कहा कि “वो भी एक पूजा है, ठीक है बाहर से आई है। लेकिन जिन्होंने अपनाई है, वो मुसलमान, वो बाहर से संबंध नहीं रखते। ये उनको भी समझना चाहिए। यद्यपि पूजा उनकी उधर की है, उसमें वो रहना चाहते हैं तो अच्छी बात है। हमारे यहां किसी पूजा का विरोध नहीं है। सबकी मान्यता और सबके प्रति पवित्रता की भावना है। लेकिन हम समान पूर्वजों के वंशज हैं। परंपरा हमको समान मिली है।”
इस दौरान मोहन भागवत ने कहा कि संघ आगे मंदिरों को लेकर कोई आंदोलन नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “एक राम जन्मभूमि का आंदोलन था जिसमें हम अपनी प्रकृति के विरुद्ध किसी ऐतिहासिक कारण से उस समय सम्मिलित हुए, हमने उस काम को पूरा किया। अब हमको कोई आंदोलन करना नहीं है। लेकिन अब भविष्य में संघ किसी मंदिर आंदोलन में नहीं शामिल होने वाला है।”