गिरिडीह: उत्तर प्रदेश की उन्नाव लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद साक्षी महाराज को झारखंड के गिरिडीह जिले में होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि भाजपा सांसद साक्षी महाराज शुक्रवार को गिरिडीह पहुंचे थे।
गिरिडीह में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शनिवार को वह सड़क मार्ग से गिरिडीह से धनबाद वापस लौट रहे थे। इसी दौरान अधिकारियों ने पीरटांड़ इलाके में उन्हें रोक लिया और कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी सरकारी दिशा-निर्देश का हवाला देते हुए क्वारंटाइन रहने को कहा। इसके बाद अधिकारियों ने गिरिडीह शहर के शांति भवन में सांसद को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया।
इससे पूर्व सांसद साक्षी महाराज के काफिले को रोकने के बाद उन्होंने गिरिडीह प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई पर एतराज जताया। सांसद ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि वे सड़क मार्ग से आए हैं, ऐसे में उन्हें क्वारंटाइन में रहने की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद अधिकारियों ने कहा कि उन्हें राज्य सरकार की जारी निर्देश के आलोक में उन्हें क्वारंटाइन में रहना ही होगा। राज्य के गृह आपदा एवं प्रबंधन विभाग ने कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए निर्धारित संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किया है। इसके अनुसार, राज्य में प्रवेश करने वालो को 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य किया गया है।
भाजपा ने लगाया सोरेन सरकार पर आरोप
रांची, 29 अगस्त (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद साक्षी महाराज को गिरिडीह में होम क्वारंटाइन किये जाने को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने झारखंड सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य की हेमंत सरकार क्वारंटाइन नियमों के अनुपालन में दोहरा चरित्र अपना रही है। प्रकाश ने शनिवार को यहां कहा कि कोरोना संकट के प्रारंभ से ही राज्य सरकार के इशारे पर पदाधिकारी चेहरा देखकर कार्रवाई कर रहे हैं जबकि पदाधिकारियों से सामान्य नागरिक से लेकर वीआईपी ,सत्ता पक्ष और विपक्ष सब के साथ नियमों के अनुपालन में एकरूपता की उम्मीद की जाती है। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के प्रारंभ में आम जनता घरों में बंद थी तो सरकार के मंत्री बसों में भरकर विदेशियों को भेजते हुए नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नेता विधायक दल एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के दिल्ली से लौटने पर 14 दिन की कोरेन्टीन में भेजा जाता है जबकि कांग्रेस केप्रदेश सह प्रभारी दिल्ली से रांची आकर संगठन की बैठक लेते है,कार्यक्रमो में शामिल होते हैं फिर भी उन्हें दिल्ली वापस जाने दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अभी राज्य के एक मंत्री को कोरोना पॉजिटिव होने पर पूरा कैबिनेट को कोरेन्टीन होने का निर्देश दिया जाता है फिर भी कई मंत्री खुलेआम घूम रहे है,कार्यक्रमो में भी शामिल हो रहे हैं।
प्रकाश ने कहा कि ये कैसा नियम है जिसमे कांग्रेस पार्टी के लोग जिसमे सरकार के मंत्री भी शामिल हैं सहित सैकड़ों की संख्या में राजभवन के सामने धरना देकर राजनीतिक कार्यक्रम करते हैं और प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है। उन्होंने कहा कि सांसद साक्षी महाराज निजी कार्यक्रम में शामिल होने गिरिडीह आए थे और आज लौट रहे थे ऐसे में उन्हें अपराधी की तरह बैरिकेडिंग करके रोकना फिर क्वारंटाइन करना राज्य सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध से युक्त दोहरी नीति का परिचायक है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार यदि उन्हें क्वारंटाइन से मुक्त नहीं करती तो प्रदेश भाजपा हेमंत सरकार के दोहरे चरित्र के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेगी। उन्होंने प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी आगाह किया कि वे कठपुतली बनने से बाज आएं।