नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार के नेतृत्व में गठित पांच मंचों ने लोगों से धर्म और मजहब से ऊपर उठकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के लिए वोट करने की अपील करते हुए कहा कि वे ‘लोटस को वोट करे,लुटेरों’ को नहीं।
देश में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के चुनावों के मद्देनजर श्री इंद्रेश कुमार के नेतृत्व में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, भारतीय क्रिश्चियन मंच, हिमालय परिवार, भारत-तिब्बत सहयोग मंच और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने संयुक्त रूप से विशाल जन जागरण मतदान अभियान चलाया। इस दौरान इन पांचों मंचों की 25 टीम ने पांच राज्यों के 75 स्थानों पर मतदाताओं को जागरुक किया। बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ, शिक्षा प्रकोष्ठ, युवा प्रकोष्ठ, मौलाना प्रकोष्ठ, मदरसा प्रकोष्ठ, मलंग प्रकोष्ठ, पर्यावरण प्रकोष्ठ, सेवा प्रकोष्ठ और महिला प्रकोष्ठ की टीमों ने बुद्धिजीवियों, मुफ्तियों, इमामों, मौलानाओं, मदरसों, युवाओं, व्यापारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, छात्रों और महिलाओं के सामने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को रखा और पार्टी के लिए वोट करने की अपील की।
संघ नेता ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और पूर्व उप-राष्ट्रपति एवं भारतीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष हामिद अंसारी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार की तारीफ की और सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया।
उन्होंने पंजाब सरकार पर सवाल उठाया कि जहां देश का प्रधानमंत्री सुरक्षित न हो, जहां झंडे का अपमान होता हो… वहां की सरकार देश के लिए कलंक के बराबर है। उन्होंने धर्मांतरण और हिजाब विवाद पर भी अपनी राय रखते हुए कहा कि इसका विरोध किया जाना चाहिए।
सर्वप्रथम पांचों संगठनों के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं, समाज के प्रबुद्ध वर्गों समेत बड़ी तादाद में अल्पसंख्यकों को संबोधित किया। संघ नेता ने सब धर्मों से आह्वान किया कि धर्म, मज़हब, जाति, समुदाय से ऊपर उठ कर जनहित की सरकार को वोट दें तथा मजबूर नहीं, मजबूत सरकार बनाएं।
संघ नेता ने केंद्र एवं भाजपा शासित राज्यों के काम की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने देश हित और समाज हित में अनेक काम किए हैं जिसका सीधा फायदा सभी धर्म और समुदाय के लोगों तक पहुंचा है। उन्होंने कहा ऊपर वाला एक है… चाहे उनको ईश्वर कहो या अल्लाह, या वाहे गुरु कहो या गॉड या परमात्मा। हम सभी उसी परमात्मा के पुत्र और पुत्री हैं। इसलिए सभी धर्मों को एक-दूसरे का सम्मान करते हुए एक साथ मेल-मिलाप से रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की परंपरा भले अलग होती है लेकिन हमारे रस्मो-रिवाज एक हैं, हमारे यहां के शादियों में दुल्हन का लाल जोड़ा होता है। ऐसा इसलिए है कि हम सबका डीएनए एक है।
श्री कुमार ने कहा कि जब चीन ने दुनिया भर में कोरोना वायरस फैलाया तो पूरी दुनिया की मानवता की रक्षा के लिए श्री मोदी के नेतृत्व में भारत ही था और है जो सामने खड़ा हुआ और सबकी मदद की। भारत ने अपने देश की बनी वैक्सीन दुनिया भर में भेज कर लोगों के जीवन की रक्षा की.. साथ ही साथ कोरोना काल में देश में गरीबों को मुफ्त राशन बांटा और विदेशों में भी खाद्य सामग्री भेजा।
पांचों मंचों के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने बताया कि 14 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौ जिलों सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर की 55 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसके मद्देनजर इन स्थानों पर विशेष जन जागरण अभियान चलाया गया। उत्तराखंड में सभी 70 और गोवा की सभी 40 सीटों के लिए 14 फ़रवरी को मतदान होने हैं। इसलिए उत्तराखंड में अल्पसंख्यक बाहुल्य विधानसभा सीट हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून को केंद्रित करते हुए जागरण कार्यक्रम किए गए जबकि गोवा में दक्षिण और उत्तरी गोवा पर फोकस करते हुए जन जागरण अभियान चलाया गया। गोवा में 25 फीसदी ईसाई और आठ प्रतिशत मुस्लिम वोट हैं। उत्तराखंड की 22 सीटों पर मुस्लिम वोटों के प्रभाव से फैसला होता है। मणिपुर में दो चरणों में 28 फरवरी और पांच मार्च को मतदान होगा।