मुजफ्फरनगर के खतौली के गांव फुलत के मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के निदेशक इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी ने मुंबई में हुए राष्ट्र प्रथम-राष्ट्र सर्वापरि कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात कर देश-प्रदेश और सामाजिक मुददों पर चर्चा की।
संघ प्रमुख मोहन भागवत से मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की यह मुलाक़ात ग्लोबल स्ट्रैटजिक पालिसी फाउंडेशन, पुणे के तत्वावधान में मुंबई में हुई। इस कार्यक्रम में राष्ट्र प्रथम-राष्ट्र सर्वोपरि विषय पर मंगलवार रात्रि संगोष्ठी हुई थी। इस संगोष्ठी में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के साथ-साथ फुलत मदरसा के निदेशक हज़रत मौलाना कलीम सिद्दीकी ने भी शिरकत की।
मोहन भागवत और मौलाना कलीम सिद्दीकी ने एक-दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया। मदरसा प्रबंधन के मुताबिक, मौलाना कलीम सिद्दीक़ी और मोहन भागवत के बीच कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान मौलाना कलीम सिद्दीकी ने कहा कि भारत ने हमेशा दुनिया को मोहब्बत करना सिखाया है, लिहाजा मोहब्बत के पैगाम को दुनियाभर में पहुंचाने की जरूरत है। इससे देश में नफरत और भेदभाव की खाई खोदने वालों को भी जवाब मिल सकेगा।
आरएसएस प्रमुख ने मोहन भागवत ने मौलाना कलीम सिद्दीक़ी का आभार जताया। मौलाना कलीम के साथ उनके सचिव हाफिज इदरीस कुरैशी भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के लिए आरएसएस प्रमुख के चचेरे भाई एवं ग्लोबल स्ट्रैटजिक पालिसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनंत भागवत ने 18 अगस्त को फुलत मदरसा पहुंचकर मौलाना कलीम सिद्दीकी को निमंत्रण दिया था। बता दें कि 2019 में जमीअत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी आरएसएस प्रमुख से मुलाक़ात की थी, उनकी मुलाक़ात ऐसे समय पर हुई थी जब बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला था।