अगर आप यह समझते हैं कि यह ‘कुछ लोगों’ का काम है तो आप ग़लत हैं। दरअसल इस तरह की हरकत करने वाले दो तरह के लोग होते हैं। एक ‘कुछ लोग’ होते हैं और बाकी ‘चुप लोग’ होते हैं। कुछ लोग हरकत करते हैं और चुप लोग समर्थन करते हैं। ‘कुछ’ और ‘चुप’ को मिलाकर देखें तो समाज का एक बड़ा तबका इस काम में उद्योग की तरह लगा है। अपने ही बच्चों में दंगाई मानसिकता भर रहा है।
नफरत का मीम भेजकर ही काम चल रहा है
महंगाई बढ़ी है तो दुनिया के हर देश में तेल पर टैक्स कम किया गया है और इसके अलावा लोगों के खाते में पैसे दिए गए हैं ताकि वे झटका बर्दाश्त कर सकें। क्योंकि दाम केवल पेट्रोल डीज़ल और सीएनजी के ही नहीं बढ़े हैं। भारत में CNG के दाम बढ़ने से प्राइवेट टैक्सी और ऑटो चालकों की हालत ख़राब हो गई है।
सरकार इतना तो करे कि टैक्सी वालों को हर तरह का टैक्स माफ़ कर दे। उनके खाते में कुछ पैसा डाल दे। ब्रिटिश कोलंबिया में रहने वाले स्क्रीन शाट भेज रहे हैं कि वहाँ गैस सपोर्ट के रूप में 110 डॉलर सबके खाते में भेजे गए हैं। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में साठ लाख लोगों के खाते में 250 डॉलर भेजे गए हैं। भारत में व्हाट्स एप ग्रुप में मुसलमानों से नफ़रत का मीम भेज कर ही काम चल जा रहा है।
मगध विश्विद्यालय के छात्रों का पत्र
बिहार के मगध विश्वविद्यालय के छात्र लिख रहे हैं कि 2018-21 का सत्र में नामांकन लिया था। क़ायदे से पिछले साल ही स्नातक की पढ़ाई पूरी हो जानी चाहिए लेकिन पार्ट टू तक का ही इम्तहान हुआ है। ज़ाहिर है छात्र हताश होंगे लेकिन आपको भी पता होना चाहिए कि यहाँ वहाँ लिखने से कुछ नहीं होता। आप लोग भी लिखने के नाम पर बेगार खटाने लगे हैं। कौन पढ़ेगा मेरा फ़ेसबुक बताइये? हमने पहले भी एक बार लिखा था, मगध यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ही नहीं पढ़ा तभी तो आज तक मेसेज आ रहे हैं। आपका जीवन बर्बाद हुआ है यह तो अच्छा नहीं है लेकिन जिनके कारण हो रहा है वो तो मौज में हैं।
अफ़सोस कि आप सभी को ये सब झेलना पड़ता है।
Sir mera name alok kumar hai..mai bihar aurangabad ka rhne wala hu..sir maine bihar ka ek university jiska name magadh University hai usme 2018 m admission liya tha mera session 2018-21 hai.session 2021 me complete ho chuka hai lekin abhi tak part 2 ka result bhi nai aaya hai sir bahut frustrated feel kar rha hu ..life dark me dikh rhi hai ..pls sir awaj utahiye plss sir pls sir