लखीमपुर की घटना पर बोले टिकैत, “किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है।”

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक कार्यक्रम के विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. रिपोर्टें हैं कि घटनास्थल पर ही किसानों और ज़िला प्रशासन के बीच वार्ता चल रही है। इस बीच लखीमपुर खीरी हिंसा के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने किसानों के बीच शामिल उपद्रवियों को जिम्मेवार ठहराया है।

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टिकैत की चेतावनी

किसान नेता राकेश टिकैत ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। किसान नेता ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत ही दुखद है। ‌इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार किस हद तक गिर सकती है, सरकार और सरकार में बैठे लोगों ने आज फिर बता दिया। लेकिन सरकार भूल रही है। सरकार किसान के र्धर्य की और परीक्षा न ले।

भारीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है। सरकार होश में आए और किसानों के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। किसानों से अपील है कि शांति बनाएं रखें, जीत किसानों की ही होगी।

मुख्यमंत्री ने दिया सख्त कार्रावाई का आश्वासन

इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस घटना के तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी और दोषियों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करेगी। घटना स्थल पर अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एंव कृषि, एडीजी क़ानून व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ और आईजी लखनऊ मौजूद हैं और स्थिति पर नियंत्रण रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं।”