राजस्थान: जुलूस में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बज रहे थे भड़काऊ ‘गीत’ वीडियो वायरल

जयपुर/नई दिल्लीः राजस्थान के करौली शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। बीते रोज़ शहर में हिंदूवादी संगठनों द्वारा हिंदू नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए बाइक रैली निकाली गई थी, जिसमें पथराव के बाद तनाव पैदा हो गया था। आरोप है कि जुलूस के दौरान धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले हिंदुत्व के ‘गीत’ बजाए जा रहे थे। इस जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस ‘गीत’ में साफ सुना जा सकता है कि अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ गीत बज रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि “टोपी वाला सर झुकाके जय श्री राम बोलेगा।”

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इस रैली का ट्विटर पर भाजपा के युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष नेहा जोशी, कपिल मिश्रा, कई अन्य लोगों ने समर्थन दिया। वहीं कई यूजर्स ने इसे “स्पष्ट रूप से उकसाने” का प्रयास बताया है। संसद सदस्य, असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर कहा, “लगता है अशोक गहलोत की सरकार ने दंगाइयों और कट्टरपंथियों को खुली छूट दे रखी है। करौली में अगर जुलूस धार्मिक कारण के लिए निकाला जा रहा था तो ऐसे गानों की क्या ज़रूरत थी? बात साफ़ है कि कट्टरपंथी संगठनों को प्रशासन की पुश्त-पनाही हासिल थी।”

प्रोफेशनल कांग्रेस के अविनाश थवनी ​​ने कहा कि अमित शाह चाहते हैं नफरत की राजनीति के लिए “राजस्थान को प्रयोगशाला बनाएं”। एक यूजर ने लिखा कि राजस्थान में बीजेपी, आरएसएस चुनाव की तैयारी शुरू, हिटलर की किताब से कॉपी-पेस्ट फॉर्मूला, मुसलमानों को राज्य और हिंदुओं के लिए खतरे के रूप में पेश करें। उनके खिलाफ नफरत फैलाते रहो।”

कानून व्यवस्था के एडीजी हवा सिंह घूमरिया ने कहा है कि हिंसा के सिलसिले में 36 लोगों को हिरासत में लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस के मुताबिक, झड़पों में 35 लोग घायल हुए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि करौली झड़पों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “दंगा भड़काने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्य में कानून के शासन का पालन किया जाएगा।”

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