नयी दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि वह सरकारी संपत्ति बेचने में जुट गये हैं और उन्होंने सब कुछ बेच कर देश को बर्बादी की राह पर लाने की तैयारी कर ली है।
आपका भविष्य बेचा जा रहा है, इन तीन-चार उद्योगपतियों को गिफ्ट दिए जा रहे हैं; हम निजीकरण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमारा निजीकरण का एक लॉजिक था; लॉजिक ये था कि जो स्ट्रैटेजिक इंडस्ट्री हैं उनका निजीकरण नहीं किया जाता था : श्री @RahulGandhi #RahulAgainstSellingIndia pic.twitter.com/qteVm9DD3h
— Congress (@INCIndia) August 24, 2021
राहुल गांधी ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने दो, तीन पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए जनता के साथ धोखा कर रहे हैं। देश ने पिछले 70 साल में जो कुछ कमाया है, उस संपत्ति को वह अपने इन चंद पूंजीपति मित्रों को सौंपकर युवाओं का भविष्य तबाह कर रहे हैं तथा इन उद्योगपतियों की मनमानी का रास्ता खोल रहे हैं।
ये जो एसेट हैं, इनको बनाने में 70 साल लगे हैं और इनको बनाने में हिंदुस्तान की जनता ने अपना लाखों-करोड़ रुपए डाला है। ये पूरा का पूरा 3-4 लोगों के हवाले किया जा रहा है : श्री @RahulGandhi#RahulAgainstSellingIndia pic.twitter.com/9OqWCqa5JC
— Congress (@INCIndia) August 24, 2021
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को समझना चाहिए कि उनकी सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण देश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गयी है और इसमें सुधार के लिए उन्होंने जो रास्ता चुना है, उससे देश के आर्थिक हालात में कोई बदलाव होने वाला नहीं है। सरकार ने अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए गलत रास्ता चुना है और कोई भी देशभक्त इसका विरोध करेगा।
सरकार क्या बेच रही है?
– 26,700 किमी नेशनल हाईवे से ₹1.6 लाख करोड़
– रेलवे से ₹1.5 लाख करोड़
– 42,300 किमी ट्रांसमिशन नेटवर्क
– 6000 मेगावाट हाइड्रो, सोलर, विंड एसेट पावर जेनरेशन: श्री @RahulGandhi#RahulAgainstSellingIndia pic.twitter.com/LlunQglzv5— Congress (@INCIndia) August 24, 2021
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश ने सात दशक में जो कुछ कमाया है और जो संपत्ति बनाई है, प्रधानमंत्री मोदी ने उसे अपने इस फैसले से निजी हाथों को सौंप दिया है। यह देश के युवाओं के भविष्य पर कुठाराघात है। इससे युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है और उनके लिए रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं।