नयी दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार ने जलियांवाला बाग में जो क्रूरता दिखलाई है वह शहीदों का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। राहुल गांधी ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, “जलियाँवाला बाग़ के शहीदों का ऐसा अपमान वही कर सकता है जो शहादत का मतलब नहीं जानता। मैं एक शहीद का बेटा हूँ- शहीदों का अपमान किसी क़ीमत पर सहन नहीं करूँगा। हम इस अभद्र क्रूरता के ख़िलाफ़ हैं।”
जलियाँवाला बाग़ के शहीदों का ऐसा अपमान वही कर सकता है जो शहादत का मतलब नहीं जानता।
मैं एक शहीद का बेटा हूँ- शहीदों का अपमान किसी क़ीमत पर सहन नहीं करूँगा।
हम इस अभद्र क्रूरता के ख़िलाफ़ हैं। pic.twitter.com/3tWgsqc7Lx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 31, 2021
इसके साथ ही उन्होंने एक खबर पोस्ट की है जिसमें कहा गया है, “जलियांवाला बाग अपमान :सोशल मीडिया पर जलियांवाला बाग नवीकरण को लेकर फूटा लोगों का गुस्सा।” कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि जो आजादी के संघर्ष को नहीं जानते वे संघर्ष करने वालों के दर्द को नहीं समझ सकते।
संविधान का हवाला
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में एक आदिवासी युवक की पिटाई और वाहन में बांधकर घसीटे जाने की घटना तथा देश के कुछ अन्य हिस्सों में भीड़ द्वारा लोगों की पिटाई से संबंधित कुछ अन्य घटनाओं को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या संविधान के अनुच्छेद 15 और 25 भी बेच दिए।
संविधान के अनुच्छेद 15 व 25 भी बेच दिए? #Article15#Article25 pic.twitter.com/1bpJyIiWl3
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2021
उन्होंने इन घटनाओं का उल्लेख करते हुए एक वीडियो साझा किया और ट्वीट किया, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 15 व 25 भी बेच दिए?’’ उल्लेखनीय है कि संविधान के अनुच्छेद 15 के मुताबिक, राज्य किसी भी नागरिक के साथ जाति, धर्म, लिंग, जन्म स्थान और वंश के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता। अनुच्छेद 25 के तहत प्रावधान है कि प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी धर्म को मानने, आचरण तथा धर्म का प्रचार करने की स्वतंत्रता है।