किसानों के समर्थन में राहुल, बोले ‘अधिकारों की लड़ाई में डरने वाले नहीं हैं’

नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान अब तक 500 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके हैं और अधिकारों के लिए खेत से लेकर सीमा तक बखूबी लड़ने में माहिर अन्नदाताओं को कोई डरा नहीं सकता। राहुल गांधी ने ट्वीट किया “खेत-देश की रक्षा में तिल-तिल मरे हैं किसान. पर ना डरे हैं किसान, आज भी खरे हैं किसान।”

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कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सरकार से राजहठ छोड़ किसानी की मांग मानते हुए तीनों कृषि कानून खत्म करने की अपील करते हुए कहा कि अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे किसानों को न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा “किसान को भीख नही, न्याय चाहिए। किसान को अहंकार नहीं, अधिकार चाहिए।घमंड के सिंहासन से उतरिए, राजहठ छोड़िए, तीनों काले क़ानून ख़त्म करना ही एकमात्र रास्ता है।”

मध्यप्रदेश में हमलावर हुई कांग्रेस

मध्यप्रदेश में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान कतिपय प्रस्तावों का कुछ मंत्रियों द्वारा विरोध किए जाने की खबरें आज यहां समाचारपत्रों में प्रकाशित होने के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की अंदरूनी लड़ाई सतह पर आ गयी है।

प्रदेश कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में संबंधित खबरों को पोस्ट करते हुए लिखा गया है ‘बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई सतह पर, कैबिनेट बैठक में नरोत्तम से विवाद, मुख्यमंत्री पद के लिए कुछ भी करने और किसी भी हद तक उतरने के लिए तैयार नरोत्तम मिश्रा को कैबिनेट की बैठक में भारी बेइज्जत होना पड़ा। शिवराज जी, ”दावेदार निपटान योजना शुरू”।’

मीडिया में आयी खबरों के अनुसार कल राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) से संबंधित लगभग 10 हजार करोड़ रुपयों की निविदाओं के मामले में आपत्ति जतायी। उनका एक दो मंत्रियों ने साथ दिया, लेकिन मंत्री तुलसी सिलावट और दो तीन अन्य मंत्रियों ने इसे सर्वसम्मति से पारित करने पर जोर दिया। इस बीच कथित तौर पर श्री मिश्रा बैठक से बाहर आ गए और वहीं कैबिनेट ने प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। यह खबर आज मीडिया के जरिए सार्वजनिक हुयी हैं।

हालाकि श्री मिश्रा ने इसके बाद आज यहां मीडिया से चर्चा के उपरांत ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में कोई मतभेद नहीं है और पार्टी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा के नेतृत्व में एक है। उन्होंने लिखा है कि कल कैबिनेट की बैठक को लेकर मीडिया में चल रही खबर निराधार है। कैबिनेट में सारगर्भित चर्चा होती है। किसी विषय पर सुझाव देना नाराजगी नहीं होती।