नयी दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि पिछले सात साल में सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपए कमाए हैं लेकिन यह पैसा कहां गया इसका कहीं कोई हिसाब नहीं है। राहुल गांधी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन तीनों पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम हो रहे है।
उन्होंने कहा कि 2014 में गैस सिलेंडर 410 रुपये में आता था जो अब 116 फीसदी बढ़कर 885 का हो गया है। इसी तरह से 2014 में पेट्रोल 71 प्रति लीटर था जो आज 41 प्रतिशत बढ़कर 101 रुपये हो गया। डीजल 2014 में 57 रुपये प्रति लीटर था जो आज 55 फीसदी बढ़कर 88 पर प्रति लीटर हो गया है।
जनता में है गुस्सा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आसमान छू रही महंगाई को लेकर के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है और उनके इस गुस्से को कोरोना के बहाने दबाने का काम किया जा रहा है। उनका कहना था कि वह भी नहीं चाहते है कि लाखों लोग कोरोना संकट के इस दौर में सड़कों पर आकर जुलूस निकालें और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें।
सवाल तो यह है कि ये जो 23 लाख करोड़ रूपए हैं वो जनता की जेब से निकाल कर ट्रांसफर किए जा रहे हैं; आप कह रहे हो कि छतीसगढ़ और पंजाब सरकार क्या करेगी? लेकिन 23 लाख करोड़ रूपए छतीसगढ़ और पंजाब सरकार नहीं बल्कि केंद्र सरकार ले रही है : श्री @RahulGandhi#IndiaAgainstBJPLoot
— Congress (@INCIndia) September 1, 2021
उन्होंने कहा कि सिर्फ लोगों के गुस्से को ही नहीं दबाया जा रहा, बल्कि मीडिया की आवाज को भी दबाया जा रहा है, संस्थानों की आजादी को कुचला जा रहा है और यहां तक कि विपक्ष को भी संसद में नहीं बोलने दिया जाता है। राहुल ने सरकार को चेतावनी दी कि उसे समझ लेना चाहिए कि इस गुस्से को ज्यादा देर तक दबाकर नहीं रखा जा सकता है। सरकार के खिलाफ जनता का यह गुस्सा जरूर फूटेगा लेकिन कब गुस्सा निकलेगा अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
There are two effects; The direct is when people buy fuel for their scooters, their cars, diesel for their trucks and indirect effect is when the price of diesel-petrol rises, the price of everything rises because transport cost increases.: Shri @RahulGandhi#IndiaAgainstBJPLoot pic.twitter.com/9h6XHBQmLI
— Congress (@INCIndia) September 1, 2021
कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता सरकार से पूछती है कि जो पैंसा उसने पेट्रोलियम पदार्थों पर कर लगाकर कमाया है वह उनकी जेब का पैसा है और यह पैसा कहां गया है इसका हिसाब-किताब जनता को दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि 2014 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 105 रुपये प्रति बैरल था जो आज 32 डॉलर कम होकर 71 डॉलर प्रति बैरल की दर से बिक रहा है। इसी तरह से एलपीजी गैस के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26 प्रतिशत गिरे है। उनका कहना था कि इसका फायदा जनता को मिलना चाहिए लेकिन यह सरकार जनता पर उल्टा बोझ डाल रही है।
डर गए हैं मोदी
राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री पैनिक में हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि करना क्या है? हमारे प्रधानमंत्री डर गए हैं, इसे देखकर चीन भी अपनी योजना बना रहा है कि हिन्दुस्तान आर्थिक और नेतृत्व संकट में है तो हम जो निकाल सकते हैं वो निकाल लो। राहुल ने कहा कि हमारे समय में अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम आज से 32% ज़्यादा था और गैस का दाम 26% ज़्यादा था। अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में गैस, पेट्रोल-डीज़ल के दाम गिर रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी तरफ हमारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है।