नई दिल्ली: रेडियों दुनिया में अपनी काबिलियत का लौहा मनवाने वाली रेडियो मिर्ची एफएम चैनल की मशहूर रेडियो जॉकी सायमा ने एक बार फिर लोगो को उनका बचपन और स्कूल की याद दिला दी है,जब सुबह सुबह स्कूल के आंगन में खड़े होकर दुआ पढ़ते थे।
सायमा ने रेडियो मिर्ची में नई दिल्ली से भारत में 14 साल से रेडियो मिर्ची पर पूरानी जीन्स नाम से एक कार्यक्रम होस्ट करती है, जिनका आज एक प्राथना वाला गाना “लब पे आती है दुआ” सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। विडियो में सायमा कहती हैं उनको ये प्रार्थना उनकी अम्मी ने सिखाई है और मुझे इसको गाने के लिए किसी की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।
सायमा ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,“ हां! मैं इसे हजार बार गाऊंगी। मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको नेक जो है उस राह पर चलाना मुझको” आप भी हिंदी, उर्दू, पंजाबी, बंगला, संस्कृत, गुजराती में प्रार्थनाएं गाएं … भगवान एक है। वहीं उनकी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए नितिन एमके लिखते हैं, आप हमेशा से शानदार हो प्रार्थना बदलने से भगवान नहीं बदलते, खूदा एक शक्ती मे है, किसी प्रतीमा में नही.।‘
Yes! I shall sing this thousand times over.
— Mirchi Sayema (@MirchiSayema) October 19, 2019
Mere Allah burai se bachana mujhko
Neik jo raah hai uss reh pe chalana mujhko
Stay away from people who communalise in the name of prayers.
Sing prayers in Hindi, Urdu, Punjabi, Bangla, sanskrit, Gujarati…
God is one. pic.twitter.com/dybKIvV5QG
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा “यह एक मीठा गीत है जो एक बच्चे को शिक्षित होने के लिए प्रोत्साहित करता है और हर तरह से एक अच्छा नागरिक बनने के लिए तैयार रहता है। लेकिन नफरत करने वाले इस मीठे शब्द में भाषा और धर्म ढूंढते हैं। आपका समर्थन देखने के लिए प्यार करें। धन्यवाद प्रिय
संग्राम सतपहाटी लिखते हैं “यह चारों ओर फैले नफरत क्रोध और ध्रुवीकरण के वातावरण में बहुत शांत और सुखदायक है। बहुत बहुत धन्यवाद Sayema मैं इस वीडियो को अपने बेटे को दिखाऊंगा और उससे यह प्रार्थना करूंगा।
बता दें सायमा के विडियो पर लोगों की प्रतिक्रिया इसलिए भी और महत्वपूर्ण हो जाती है क्यों हाल ही में हुई यूपी की एक घटना जिसमें प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने मुहम्मद इकबाल द्वारा लिखी ये दुआ बच्चो से पढवा दिया था जिसके बाद प्रसाशन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था।