चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव में लाख टके का सवाल बना हुआ है कि 69 सीटों तथा चौदह जिलों वाला मालवा क्षेत्र किसकी नैया पार लगाने जा रहा है। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के कल रात सियासी पत्ते खोलने के बाद कांग्रेस को आशंका है कि डेरा प्रेमी कांग्रेस को वोट न देकर बेअदबी के मामले में अकाली दल को तथा कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी को वोट देने का फैसला दिया जिसके चलते डेरा प्रेमी इन्हीं दलों को वोट दे रहे हैं। पंजाब में आज मतदान जारी है।
डेरा सच्चा सौदा के सूत्रों के अनुसार पंजाब चुनाव को लेकर कई दिनों की मशकत के बाद कल रात आखिरकार डेरा की राजनीतिक विंग ने अपना निर्णय ले ही लिया। डेरा अपने मतदान के निर्णय को पिछले वर्षों में मतदान के ठीक एक दिन पहले उजागर करता है। डेरा की राजनीतिक विंग के पदाधिकारी अपने फैसले को 45 मैंबर कमेटी व उसके बाद गांव-गांव में बनाए गए भंगीदास के जरिये आम अनुयायी तक पहुंचाया जाता है। इसी फैसले के अनुरूप डेरा अनुयायी अपने मत का उपयोग करते हैं।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को गत सात फरवरी को मिली 21 दिन की पैरोल को राजनीति के जानकार लोग हरियाणा और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की देन मान रहे थे। इसी के साथ कयास लगाए जा रहे थे कि डेरा अपना एकमुश्त वोट पंजाब में भाजपा प्रत्याशियों को करेगा लेकिन उसने आप पार्टी के कुछ उम्मीदवारों को भी वोट फैसला लिया।
पंजाब विधानसभा चुनाव में समर्थन को लेकर डेरा सच्चा सौदा की राजनीतिक विंग पर केंद्र व राज्य सरकार की खुफियां एजेंसियां भी टकटकी लगाए बैठी थीं। डेरा की राजनीतिक विंग द्वारा पंजाब में मतदान को लेकर फैसला लेने के बाद इस विंग के चैयरमेन राम सिंह गत वर्षों की तरह अबकी बार भी अपना मोबाइल बंद कर भूमिगत हो गए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डेरा की राजनीतिक विंग ने हरियाणा से सटते मालवा क्षेत्र की मोड़ मंडी सीट पर भाजपा प्रत्याशी,बठिंडा में आम आदमी पार्टी,बठिंडा देहात में अकाली दल बादल,बुढलाढा मेें आम आदमी पार्टी,सरदूलगढ़ में अकाली दल बादल,अबोहर में भाजपा,मुक्तसर में अकाली दल बादल,सनौर (पटियाला) से भाजपा,पटियाला से पंजाब लोकहित पार्टी व तलवंडी में आजाद प्रत्याशी हरमिंद्र सिंह जस्सी को अपना समर्थन दिया है। हरमिंद्र सिंह जस्सी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के करीबी रिस्तेदार हैं । उन्होंने बठिंडा शहरी,मोड़ मंडी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। निंरतर दो बार चुनाव हार जाने से अबकी बार कांग्रेस द्वारा टिकट काट देने से तलवंडी साबो से आजाद प्रत्याशी के तौर पर भाग्य आजमा रहे हैं। कांग्रेस ने हरमिंद्र जस्सी को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित भी कर दिया है।
डेरा के निर्णय को लेकर मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि डेरा प्रेमी अकाली दल और भाजपा और आप पार्टी के कुछ प्रत्याशियों को वोट दे रहे हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी।
मालवा क्षेत्र में कम से कम 40 -45 सीटों पर डेरा का प्रभाव है तथा पिछले कुछ चुनाव में डेरा अनुयायियों की वोट के चलते कांग्रेस सत्ता में आयी थी । हालांकि यह जट सिख बहुल क्षेत्र है जहां ग्रामीण इलाके अधिक हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार पंजाब का अगला मुख्यमंत्री मालवा क्षेत्र से ही होगा चाहे वो श्री चन्नी हों,अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल या आप के भगवंत मान या कोई अन्य।
ज्ञातव्य है कि पिछली बार अकाली दल का ज्यादातर वोट आप पार्टी को चला गया था तथा आप पार्टी पहली बार में 18 सीटें जीतकर कुछ पर बढ़त लिये हुये थी । कांग्रेस को चालीस सीटें मिली थीं और अकाली दल का वोट बैंक खिसककर आप के पक्ष में चला गया था । कांग्रेस को इस बार कुछ सीटों पर नुकसान हो सकता है तथा आप की स्थिति पहले से बेहतर हो सकती है लेकिन भाजपा गठबंधन को लेकर कुछ कहना मुश्किल है क्योंकि किसान बहुल क्षेत्र में भाजपा को लेकर विरोध रहा है। आज मतदाता उम्मीदवारों का सियासी भविष्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद कर देंगे और 10 मार्च को मतगणना होने पर ही सच सामने आयेगा ।