नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नज़मा अख़्तर को कल यानि 21 मार्च को पद्म श्री पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा। राष्ट्रपति डाॅ. रामनाथ कोविंद उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। भारत सरकार ने उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए यह अवार्ड देने का फैसला किया है।
देश में शैक्षिक प्रशासक तैयार करने के लिए इलाहाबाद में पहले प्रदेश स्तर के प्रबंधन संस्थान को स्थापित व सफलतापूर्वक विकसित करने में भी इनका अहम योगदान रहा। प्रोफेसर नज़मा के नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने भारत सरकार के राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में 6वीं रैंक हासिल की है। जामिया ने वर्ष 2019-20 के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए प्रदर्शन मूल्यांकन में सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के बीच 95.23 प्रतिशत अंक हासिल कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
प्रोफेसर नज़मा अख्तर का जन्म 1953 को हुआ। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है, इसके अलावा उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से Phd की डिग्री ली, साथ ही विदेश में जाकर भी पढ़ाई की है। प्रोफेसर नज़मा अख्तर साल 2019 से जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति के पद पर हैं और वह जामिया की 16वीं कुलपति हैं। बता दें कि वह यह पद संभालने वाली पहली महिला हैं।
इससे पहले, नजमा अख्तर को उनके असाधारण शैक्षिक और संस्थागत नेतृत्व के लिए यूनिवर्सल पीस फेडरेशन- इंडिया चैप्टर द्वारा एम्बेसडर फॉर पीस अवार्ड से सम्मानित किया गया है। फेडरेशन द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस के वर्चुअल समारोह के दौरान यह सम्मान दिया गया था।