इलाहाबादः अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कन्नौज से भारतीय जनता पार्टी सांसद सुब्रत पाठक के बॉलीवुड का इस्लामीकरण करने के आरोपों का समर्थन किया है। साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने भाजपा सांसद सुब्रत पाठक के बॉलीवुड पर इस्लामीकरण के बयान का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड में इस्लामीकरण का पूरी तरह से बोलबाला हो गया है जिसका खामियाजा दूसरे धर्मों को मानने वाले नवोदित कलाकारों को भुगतना पड़ रहा है।
महंत गिरी ने कहा कि इसके कारण फिल्म उद्योग में दूसरे धर्मों के कलाकार या तो सफल नहीं हो पाते या फिर सुशांत सिंह राजपूत की तरह उनकी हत्या करवा दी जाती है। बॉलीवुड में इस्लामीकरण होने के कारण ही हमारे संत-महात्माओं और देवी देवताओं को हमेशा फिल्मों में गलत तरह से दिखाया जाता है। जबकि इस्लामी निर्माता निर्देशक कभी अपने मौलवी,मौलानाओं और इस्लाम को गलत नहीं दिखाते । पिछले 25 तीस सालों से यही हो रहा है ।
उन्होने कहा कि जब हमारे देश में फिल्मों का दौर शुरु हुआ तो ऊं नम: शिवाय से फिल्मों की शुरुआत होती थी। लोग भी साधु संतों का सम्मान करते थे और उनके बताये मार्ग का अनुसरण कर फिल्मों में आते थे। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नोएडा में फिल्म सिटी बनाने का फैसला सराहनीय है। इससे हमारे कलाकारों को फिल्मों में काम और सम्मान दोनों मिलेगा। साथ ही सूबे में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
महंत नरेन्द्र गिरी ने उम्मीद जतायी है कि प्रदेश में जो फिल्में बनेंगी उनमें भारतीय संस्कृति और सभ्यता की झलक भी दिखेगी और यहां पर एक धर्म विशेष का साम्राज्य भी नहीं होगा। यहां कलाकार अपनी प्रतिभा के बल पर आगे आयेंगे और उन्हें फिल्मों में काम करने के बेहतर अवसर मिलेंगे। बॉलीवुड में भी कुछ खास लोगों का वर्चस्व खत्म होना चाहिए, ताकि सभी लोगों को समान रुप से फलने फूलने का अवसर मिले।
उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार और फिल्म उद्योग के स्थापित कलाकारों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बॉलीवुड में इस्लामीकरण का बोलबाला न हो, क्योंकि वास्तव में कलाकारों की कोई जाति ही नहीं होती है और कलाकार सबका होता है।