श्रीगंगानगरः राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सीआईडी (जोन) ने गोपनीय रूप से लगभग डेढ़ दर्जन व्यक्तियों की निगरानी तथा छानबीन करने के बाद आज दो युवकों को गिरफ्तार किया। इन युवकों पर संदेह हैं कि यह भारतीय सेना की सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तान को लीक कर रहे थे। इनमें एक युवक एक पाकिस्तानी लड़की के हनी ट्रैप में फंसा हुआ था। दूसरा शख्स हनुमानगढ़ जिले का निवासी है, जो कुछ अरसा पहले पाकिस्तान से वापस आया है। उसकी भी अलग तरह की संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं।
खुफिया सूत्रों ने बताया कि जिले के सूरतगढ़ शहर निवासी नितिन यादव (38) और हनुमानगढ़ जिले में डबली राठान निवासी अब्दुल सत्तार श्रीगंगानगर में गहन पूछताछ करने के बाद आज देर रात और कड़ी पूछताछ के सेंट्रल इंटेरोगेशन सेंटर (सीआईसी) जयपुर भेज दिया गया है। नितिन यादव सूरतगढ़ सैनिक छावनी और महाजन फील्ड रेंज में फल-सब्जी की सप्लाई का काम करता रहा है।
सूत्रों ने बताया कि इन दोनों स्थानों पर जिसे सप्लाई का ठेका मिला है, नितिन यादव उस ठेकेदार के लिए आगे काम करता था। वह कुछ अरसा पहले एक पाकिस्तानी लड़की के हनी ट्रैप में फंस गया। सूत्रों ने बताया कि गुरुनूर नाम से यह लड़की भारतीय मोबाइल फोन नंबर से ही नितिन यादव को व्हाट्सएप कॉल करती थी। उसे अपने बातों के जाल में फंसा लिया और सामरिक महत्व की सूचनाएं प्राप्त करने लगीं।
सूत्रों का दावा है कि नितिन ने कथित रूप से कुछ फोटो भी उसे भेजें हालांकि इसकी सीआईडी सूत्रों ने अभी पुष्टि नहीं की। वह कुछ महीनों से गुरुनूर नाम की इस हसीना के संपर्क में था। इस हसीना द्वारा नितिन यादव के अकाउंट में तीन बार 5-5 हजार की राशि जमा करवाई गई है। इसी से वह सीआईडी की नजर में आया। सूत्रों ने बताया कि नितिन यादव को शनिवार देर शाम खुफिया एजेंसी ने अपने शिकंजे में ले लिया। कल और आज श्रीगंगानगर में गहन पूछताछ की गई। आज रात उसे जयपुर भेजा गया है।
उधर, अब्दुल सत्तार के बारे में पता चला है कि वह हाल ही पाकिस्तान जाकर आया है। इसी दौरान ही वह पाकिस्तान की किसी खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया। यहां आने के बाद वह इस खुफिया एजेंसी के हैंडलर के लिए कथित रूप से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त हो गया।
सूत्रों ने बताया कि सीआईडी के अधिकारी और खुफिया कर्मी पिछले एक डेढ़ महीने से इन दोनों युवकों सहित सूरतगढ़ क्षेत्र के 15 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखे हुए थे। उनके बैंक अकाउंट, मोबाइल फोन की कॉल डिटेल, व्हाट्सएप कॉलिंग और सोशल मीडिया साइट पर मैसेज के हो रहे आदान-प्रदान को चेक किया जा रहा था। इन 15 से अधिक व्यक्तियों की छानबीन के बाजार नितिन और अब्दुल को शॉर्टलिस्ट किया गया। इनके खिलाफ कुछ पुख्ता सबूत मिले हैं। बाकी फिलहाल रडार पर हैं। उनकी अभी जांच पड़ताल जारी है। नितिन यादव सूरतगढ़ से प्रकाशित एक दैनिक समाचार पत्र में नाइट शिफ्ट में भी काम किया करता था। इस समाचार पत्र का अढ़ाई वर्ष पहले प्रकाशन बंद हो गया।