लखनऊः कई महीने से जेल में बंद पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अय्यूब को ज़मानत मिल गई है। यह जानकारी पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान द्वारा दी गई है। उन्होंने डॉक्टर अय्यूब को मिली ज़मानत को सच्चाई की जीत बताया है। बता दें कि डॉक्टर अय्यूब को 31 जुलई की रात को गोरखपुर के बड़हलगंज स्थित उनके अस्पताल से गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने कथित तौर पर संविधान विरोधी विज्ञापन एक उर्दू अख़बार में प्रकाशित कराया था।
डॉक्टर अय्यूब पर एनएसए भी लगाया गया था, जिसे कुछ रोज़ पहले ही एडवाईज़री बोर्ड ने हटा दिया था। उसके बाद भी डॉक्टर अय्यूब जेल में बंद थे, लेकिन आज उन्हें ज़मानत मिल गई है। जानकारी के लिये बता दें कि 31 जुलई को लखनऊ के एक कथित समाजिक कार्यकर्ता ने लखनऊ के हज़रतगंज थाने में डॉक्टर अय्यूब द्वारा प्रकाशित कराए गए विज्ञापन के ख़िलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसी रात को डॉक्टर अय्यूब को गोरखपुर पुलिस ने उनके अस्पताल से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करके उन्हें लखनऊ लाया गया, और उसके बाद उन्हें जेल भेज दिया था।
डॉक्टर अय्यूब को मिली ज़मानत पर पत्रकारों से बात करते हुए पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान ने कहा कि सच परेशान हो सकता है लेकिन उसे पराजित नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पीस पार्टी संविधान के दायरे से बाहर जाकर कभी कोई काम नहीं करती, और समाजिक सौहार्द, भाईचारे, शांति एंव न्याय में पूरा विश्वास रखती है। डॉक्टर अय्यूब को जिस तरह कोर्ट ने ज़मानत दी है उससे आम जनता का विश्वास कोर्ट पर और अधिक मज़बूत होगा।
बता दें कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में चार सीटें जीतने वाली पीस पार्टी 2017 में खाता भी नहीं खोल पाई थी। अब पार्टी फिर से नई कार्यकारणी बनाकर प्रदेश भर में अपना संगठन मज़बूत कर रही है। पीस पार्टी के प्रभारी मोहम्मद इरफान कई बार यह बयान भी दे चुके हैं कि साल 2022 में पीस पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और किंग मेकर की भूमिका अदा करेगी।