बुनकरों की हड़ताल को पीस पार्टी का समर्थन, इरफान बोले ‘सरकार को माननी ही होंगी बुनकरों की मांग’

लखनऊः  कोरोनकाल में बुनकरों की मुश्किलें कम होने का नाम ले रही है। पहले लॉकडाऊन की मार और अब बिजली का झटका। जिससे बुनकर वर्ग प्रदेश सरकार से नाराज है। बुनकर वर्ग फ्लैट रेट पर बिजली बिल की मांग करता आ रहा है। अब उसकी यह मांग एक आंदोलन का रूप लेती जा रही है। बुनकरों ने गुरुवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

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बुनकरों की हड़ताल को पीस पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी मोहम्मद इरफान ने समर्थन का ऐलान कर दिया है। उन्होंन कहा कि प्रदेश सरकार को किसी भी वर्ग की चिंता नहीं है, यह सरकार सिर्फ चंद लोगों की चिंता करती है, इसकी तमाम योजनाएं भी उन्हीं पूंजीपतियों के लिये हैं, लेकिन मेहनत मजदूरी करके पेट पालने वाले प्रदेश के गरीब, किसान, मजदूर, बुनकरों के लिये इस सरकार के पास कोई योजना नहीं है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बुनकरों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद न सिर्फ देश में बल्कि दुनिया के कई देशों में पसंद किये जाते हैं। लेकिन बीते वर्षों से साड़ी बनाने वाले बुनकर बेहाल हैं। आर्थिक मंदी से साड़ी उद्योग तबाही होने के कगार पर पहुंच चुका है। ऊपर से बिजली विभाग के नए नियम ने बुनकरों की कमर तोड़ दी है। बिजली विभाग पहले बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली उप्लब्ध कराती थी। मतलब एक पावर लूम के लिये फिक्स चार्ज देना पड़ता था। लेकिन अब मीटर के हिसाब से बिल देना पड़ेगा।

मोहम्मद इरफान ने कहा कि बुनकर कर्ज़दार हो गया है, ऊपर से सरकार ने फ़्लैट बिजली रेट व्यवस्था खत्म करके अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि बुनकरों का पावरलूम बिजली से ही चलता है नए नियमों से बिजली का बिल इतना महंगा आए अब बुनकर वर्ग क्या तो कमाएगा, और क्या खाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार बुनकरों की मांग को नहीं मानती है उनका आंदोलन जारी रहेगा।

पीस पार्टी के नेता ने कहा कि पीस पार्टी वंचित वर्ग को इंसाफ दिलाने के लिये आई है, हमारी पार्टी किसान, मजदूर, दलित, अगड़े, पिछड़े, बुनकरों, ग़रीबों को उनका हक़ दिलाने के लिये आई है। उन्होंने कहा कि 2022 में जब उत्तर प्रदेश में बनने वाली सरकार में पीस पार्टी की भागीदारी होगी तब किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं हो पाएगा। मोहम्मद इरफान ने कहा कि इस पूर्वांचल में बुनकरों की बहुत बड़ी आबादी रहती है लेकिन इस सरकार को उनकी परवाह ही नहीं है।