लखनऊः समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता मोहम्मद आज़म ख़ान फरवरी के आख़िरी सप्ताह से परिवार सहित जेल में बंद हैं। उनके ख़िलाफ 80 से अधिक मुक़दमे दर्ज हैं, ये मुक़दमे सूबे में सत्तापरिवर्तन के बाद ही दर्ज हुए हैं। समाजवादी पार्टी के क़द्दावर नेता के जेल में बंद होने के बाद सपा सुप्रीमो की चुप्पी पर अब दूसरी पार्टियों ने सवाल उठाने शुरु कर दिये हैं। बीते रोज़ पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ. अय्यूब ने अखिलेश से सवाल किया था कि आज़म ख़ान की रिहाई के लिये कब आंदोलन करोगे? कब गिरफ्तारी दोगे? अब पीस पार्टी के ही राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अपने पार्टी अध्यक्ष के सवाल को आगे बढ़ाया है।
पीस पार्टी के प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान ने सवाल किया है कि अगर सपा सुप्रीमो के पिता एंव यूपे के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जेल में होते तब भी अखिलेश क्या ऐसे ही खामोश रहते? उन्होंने एक वीडियो जारी करके सवाल किया है कि अखिलेश यादव जवाब दें कि अगर आज़म ख़ान की जगह मुलायम सिंह यादव जेल में होते तब भी ऐसे ही खामोश रहते? कब आजम जी की रिहाई के लिए आप गिरफ्तारी देंगे? अगर समाजवादी को खड़ा करने वाले आदम के साथ पार्टी नहीं तो किसी मुसलमान के साथ नहीं हो सकती।
@yadavakhilesh जी जवाब दें कि अगर आजम साहब की जगह #मुलायम_सिंह_यादव जी जेल में होते तब भी ऐसे ही #खामोश रहते कब आजम जी की #रिहाई के लिए आप #गिरफ्तारी देंगे? अगर समाजवादी को खड़ा करने वाले आदम के साथ पार्टी नहीं तो किसी मुसलमान के साथ नहीं हो सकती @AshrafFem @WasimAkramTyagi pic.twitter.com/Qi056G9Puw
— Er shadab chouhan شاداب چوھان (@shadab_chouhan1) December 9, 2020
उधर पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब ने भी ट्वीट किया है कि आज़म खां पूरे परिवार के साथ जेल में, क्या मुलायम जी परिवार के साथ जेल में होते तो अखिलेश जी और उनकी सपा पार्टी का रवैया ऐसा ही होता? आज़म साहेब का जब ये हाल,फिर दूसरे सपा के मुसलमान नेता की क्या हैसियत,सिर्फ़ वोट दिलाने वाला एक एजेंट और आम मुसलमान की हैसियत सिर्फ़ एक वोट बैंक।
आज़म खां पूरे परिवार के साथ जेल में, क्या मुलायम जी परिवार के साथ जेल में होते तो अखिलेश जी और उनकी सपा पार्टी का रवैया ऐसा ही होता ? आज़म साहेब का जब ये हाल,फिर दूसरे सपा के मुसलमान नेता की क्या हैसियत,सिर्फ़ वोट दिलाने वाला एक एजेंट और आम मुसलमान की हैसियत सिर्फ़ एक वोट बैंक।
— Dr. Mohammad Ayub (@ppayub) December 9, 2020
बता दें कि आज़म ख़ान रामपुर सीट से 9 बार विधायक रहे हैं, और वर्तमान में वे रामपुर लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव जीतकर सांसद चुने गए हैं। अखिलेश सरकार में एंव उससे पहले मुलायम सिंह यादव सरकार में आज़म ख़ान राज्य के सबसे ताक़तवर मंत्री थे। आज़म ख़ान दावा करते रहे हैं कि उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में कभी कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि आज़म ख़ान पर बकरी चोरी, किताब चोरी, भैंस चोरी तक के मुक़दमे दर्ज हैं।