लखनऊः बिहार चुनाव में पांच सीटें जीतकर अपनी उपस्थिती दर्ज कराने वाली ओवैसी की मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन को बड़ा झटका लगा है। एआईएमआईएम के उत्तर प्रदेश के एटा जिलाध्यक्ष ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए पीस पार्टी का दामन थाम लिया है। एटा जिलाध्यक्ष अबरार कुरैशी उत्तर प्रदेश के पीस पार्टी प्रभारी इंजीनियर मोहम्मद इरफान ने पार्टी की सदस्या दिलाई है। इस मौक़े पर अबरार क़ुरैशी ने कहा कि वे पीस पार्टी के साथ जुड़कर जन सेवा करेंगे।
पीस पार्टी प्रभारी इंजीनियर इरफान ने एक बार फिर दोहराया कि पीस पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और राज्य की 250 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने कहा कि पीस पार्टी ने जिस प्रकार 2012 का विधानसभा का चुनाव लड़ा था उसी प्रकार 2022 का चुनाव लड़ा जाएगा। इंजीनियर इरफान ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों से जनता पूरी तरह त्रस्त है, प्रदेश में अपराध चरम पर है। उन्होंने हाल ही में झांसी की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि सत्ता के अहंकार में चूर भाजपा के नेता पुलिस को भी नहीं बख्श रहे हैं, झांसी में जिस तरह एसपी सिटी के साथ भाजपा नेताओं ने गुंडागर्दी की है वह निंदनीय है।
किसान आंदोलन को रहेगा समर्थन
पीस पार्टी प्रभारी ने कहा कि कल यानी आठ दिसंबर को होने वाले किसान आंदोलन के भारत बंद में पीस पार्टी भी शामिल रहेगी। उन्होंने कहा कि किसान इस देश की रीढ़ है लेकिन पूंजीपतियों की कठपुतली बनी सरकार किसान की रीढ़ तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि पीस पार्टी पहले दिन से ही इन तीनों काले कानूनों का विरोध करती रही है, और यह विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार इन क़ानूनों को वापस नहीं ले लेती।
इंजीनियर इरफान ने आरोप लगाया कि सरकार बार बार किसानों को वार्ता के लिये बुलाकर उनका समय बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि किसानों की समस्या को लेकर गंभीर होती पहली वार्ता में ही बात चीत का नतीजा सामने आजाता, लेकिन सरकार किसानों की नहीं बल्कि पूंजीपतियों के हितों के लिये ज्यादा फिक्रमंद है।
इस दौरान पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान उत्तर प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष ऐतशाम बाबर कॉर्डिनेटर फारूक मेवाती प्रदेश महासचिव भूरे निडोरी दक्षिण प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जहांगीर अल्वी मंडल अध्यक्ष डॉक्टर जुनैद खान युवा जिला अध्यक्ष बब्लू खान महानगर अध्यक्ष इनामुल हक मोजूद रहे।